Janta Ki Awaz

भोजपुरी कहानिया - Page 24

अन टच एबिल्टी

10 Oct 2017 2:45 AM GMT
गाँव सामाजिक सच्चाई के अनुपम उदाहरण रहे हैं। यहाँ सिद्धांत की नहीं प्रयोग की कक्षाएं कभी यत्र तत्र सर्वत्र चला करती थीं, और जबतक सिनेमा का असर गांवों...

करवा चौथ - विवाहित से ज्यादा अविवाहित खुश (एक लघु हास्य कथा) - विशाल "अज्ञात"

8 Oct 2017 2:39 PM GMT
प्रातःकाल का समय है, अंधेरा अभी भी थोड़ा फैला हुआ ही है ! कमरे में सामान काफी अस्त व्यस्त है ! आस पास लैपटाॅप और मोबाईल इयर फोन कुछ किताबें आपस में...

फिर एक कहानी और श्रीमुख "नारों का सच"

7 Oct 2017 10:39 AM GMT
सुबह से पगली की तरह घूम रही है सुमनी की माँ, एक छन भी चैन से नही बैठती। दिमाग में जइसे आंधी तूफान बह रहा है उसके,और वह उसी आंधी में इधर से उधर फ़टे...

आलोक पुराण १४

6 Oct 2017 2:12 PM GMT
आलोक पांडेय दालान में बैठ कर मन ही मन अकेले कौन सा विमर्श कर कर रहे हैं, यह तो वही जानते हैं, पर उनके मुख पर आती भाव भंगिमाओ को देख कर ऐसा लग रहा है...

"चरित्र प्रमाण पत्र"

6 Oct 2017 10:33 AM GMT
मारकंडेय, अति प्रसन्नता के साथ बड़े बाबू के कार्यालय में दाखिल हुआ। कॉलेज का सबसे छटा लड़का जिसके बारे में मशहूर था - न भूतो, न भविष्यतो, अर्थात वैसा...

हास्य लघुकथा बबितेश्वर पुराण की महिमा

5 Oct 2017 11:35 AM GMT
आज आलोक पाण्डेय पूरा गील(प्रसन्न) हैं ।बार-बार किताब उलट-पलट कर पढ़ रहे हैं ।किताब के प्रथम पृष्ठ पर बडे हिंदी अक्षरों में लिखा है, "पूर्व प्रेमिका को...

फिर एक कहानी और श्रीमुख "नारों का सच"

5 Oct 2017 12:58 AM GMT
सुबह से पगली की तरह घूम रही है सुमनी की माँ, एक छन भी चैन से नही बैठती। दिमाग में जइसे आंधी तूफान बह रहा है उसके,और वह उसी आंधी में इधर से उधर फ़टे...

"गब्बर, भोजपुरिया गायक अउरी बसंती"

4 Oct 2017 6:49 AM GMT
भोजपुरी सांस्कृतिक कार्यक्रम चल रहल बा अउरी आजके महान गायक गायिका खल्लु, भैसरीया, लड्डू छबीला, राधे श्याम बसिया, बदबू जुत्तम, गंदू दोनाली अउरी अन्य...

मजबूरी का नाम......

3 Oct 2017 1:06 PM GMT
गांधी इस युग के सबसे निरीह व्यक्ति रहे। अपने फायदे के लिए लोगों ने जितना इस व्यक्ति का उपयोग किया, उतना दुनिया मे और किसी का नहीं हुआ। आजादी के बाद...

"रुद्र महायज्ञ"

3 Oct 2017 5:37 AM GMT
जइसही हम ऑफिस में पहुचनी एगो अनजान नंबर उभरल हमरा मोबाइल पर त हम वोके काट देहनी। टेलीमार्केटिंग वाला कुल के फ़ोन से अतना परेशां रही कि हम अनजान नंबर न...

धूर- धूर- गुबार देखते रहे..

3 Oct 2017 2:57 AM GMT
आज फेर ऊ जात रहली... सुनके हमार करेजा धौंकनी लेखा धकर धकर करत रहुवेउनकर गाड़ी तेजी से आगे सरसराईल बढ़ल चल गउवे, आ हम पाछा से खाली ओकर धुआं...

सब्र भी हैरान है ,परेशान है , उन लम्हों के लिए

3 Oct 2017 1:23 AM GMT
सुनो ! यादों की काली रात , एहसासों के टिमटिमाते तारों की बिस्तर बन चुकी है , ये बेशर्म शरद हवाएं मद्धिम मद्धिम आंच से बदन की अंगड़ाईयों की...
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