Janta Ki Awaz

भोजपुरी कहानिया - Page 25

बुरा जो देखन मैं चला... : अजीत प्रताप सिंह

2 Oct 2017 7:17 AM GMT
मासूमियत तो हाईस्कूल में पूरी तरह खत्म हो चुकी थी, इंटर में 'दुनिया ठेंगे पे' वाला मन बन चुका था और स्नातक में प्रवेश लेने तक असहिष्णुता घर कर चुकी...

कपारे प बहारन फेंके वाली भउजी लो के गोड़ लागि के बधाई

2 Oct 2017 5:00 AM GMT
आजु स्वच्छता दिवस ह...! हम ऊँचा ऊँचा फ्लैट के खिड़की से कपारे प बहारन फेंके वाली भउजी लो के गोड़ लागि के बधाई देबे चाहत बानी | एक हाली हाबड़ा स्टेशन प...

फिर एक कहानी और श्रीमुख "नाच"

1 Oct 2017 2:58 PM GMT
टिगड़ीम टिगड़ीम टीड़ीक टिड़ीक... नाच का ढोलकहिया ताल मिला रहा है। जुगों बाद गांव में नाच आया है। दस पन्द्रह साल पहले तक गांव-जवार में तिरहुतिया...

प्यारी रौताइन : अतुल शुक्ल

1 Oct 2017 1:48 AM GMT
आशा है कि तुम अब भी मुझसे उतनी ही नफरत करती होगी , बातचीत के आखिरी रोज जितनी किया करती थी । ये अच्छा है । ये मेरी उपलब्धि है । यदि नफरत का अंश कम...

कन्हैया प्रसाद तिवारी "रसिक" जी के रचित कहानी मुअला में आनंद बा

29 Sep 2017 5:37 AM GMT
जब हम सर्विस में रहीं ओह घरी के बात ह , बहुत बड़का अधिकारी के निरीक्षण होखेवाला रहे एह से काम••••काम••••• और खाली काम , कहे के मतलब कि सब काम अपटूडेट...

"एगो सभ्य पियक्कड़ के मऊअत"

28 Sep 2017 7:42 AM GMT
बिहाने बिहाने गाँव में हल्ला मचल बा। जीतेन्द्र बाबा यानी जीतेन्द्र पाडे के मउअत के। सब लोग उनके घर कि ओर जा रहल बा। हमहू जाड़ के आलस के त्याग के उनका...

भारत नाटक का एक ऐसा मंच है, जिसपर बुद्धिजीवी जोकर का रोल करते हैं

25 Sep 2017 2:43 PM GMT
अद्भुत है यह देश। कुछ ही दिनों पहले गौरी लंकेश की हत्या पर संझा-पराती की तरह "राष्ट्रवाद की अवधारणा" को ही कठघरे में खड़ा कर गाली देने वाले लोग,...

एक और बकैती

24 Sep 2017 10:06 AM GMT
मेरा घर वरुणा नदी के तट पर है, गंगा की एक सहायक नदी। बनारस है तो गंगा जी के लिए मशहूर पर इसका नाम दिया है दो अन्य नदियों ने, वरुणा और असी। इन दोनों के...

जनरल से बुलेट तक..... रिवेश प्रताप सिंह

24 Sep 2017 6:09 AM GMT
रेल के जनरल बोगी में.....ऊमस से बेचैन और पसीने से लथपथ पैसेंजर...जब एक-एक इंच की जद्दोजेहद के साथ शोषण व अपमान की अपर बर्थ पर लटककर, बुलेट ट्रैन की...

बुड़बक आख्यान ५

23 Sep 2017 1:39 PM GMT
मन तितिर बितिर हो गया है आज अरविंद सिंह का। जितनी बेचैनी केजरीवाल को प्रधानमन्त्री बनने की है, जितनी बेचैनी तेजस्वी यादव को नितीश को ढकेल कर बिहार का...

सोनुआँ.. तोरा साहेब से एतना डर काहें..?

22 Sep 2017 4:15 AM GMT
साहब के अँखिया बा गोल गोल उनकर हिन्दी के नालेज भी गोल गोल।तू डर डर के फाईल त मत खोल..अपना मनवाँ के बतिया त बोल् बोल् ।साहेब के लगे सियार...

"तिरिया चरितर"

21 Sep 2017 10:24 AM GMT
"त्रिया चरित्रम्,पुरुषस्य भाग्यम्,दैवो न जानाति कुतो मनुष्यः" पंडिताई एगो विशिष्ट ज्ञान ह या ना पर इ एगो मनोविज्ञान जरूर ह, इ सोच पंडित भोला...
Share it