Janta Ki Awaz

भोजपुरी कहानिया - Page 32

आई हेट यू परमिला जी.....

14 July 2017 9:12 AM GMT
गोदौलिया चौक पर चारों ओर लगी फूलों की दुकानों को देखकर शिवाकांत ने जगेसर मिसिर से कहा - लोग बेकार में बनारस को सबसे पुराना शहर कहते हैं। हमारा बनारस...

पुड़िया.....: रिवेश प्रताप सिंह

14 July 2017 9:11 AM GMT
थोक गल्ला मंडी में मेरा जाना महीने में केवल एक दिन होता था या यूँ समझिए कि वेतन गिरने के दो-चार दिन के भीतर झोला उठ जाता था। थोक गल्ला मंडी...

"M.A. में लेके एडमिशन कम्पटीशन देता"

13 July 2017 7:30 AM GMT
"अब आप लोगो को क्या बताये लड़के के बारे में, बस इतना समझ लीजिये कि इतना मेधावी लड़का पूरे जिला में नहीं है। सुबह चार बजे उठकर, दैनिक क्रिया से मुक्त...

जहूर मियाँ.......: रिवेश प्रताप सिंह

13 July 2017 7:29 AM GMT
आस-पास के इलाके में जहूर मियाँ के बैलों का कोई जोड़ न था। जहूर मियाँ अपने तो हल्के कद-काठी के थे लेकिन उन्होंने अपनी सारी कसर अपने बैलों में पूरी कर ली...

मुझे भी जमानत चाहिए... (आत्मकथा का एक पन्ना)

13 July 2017 7:27 AM GMT
आत्मकथा लिखना कठिन होता है, कारण कि इसमें कल्पना का समावेश नहीं किया जाता। और आत्मकथा कभी कभी समाजिक व्यवस्था, शैक्षणिक व्यवस्था के नाजुक अंगों पर...

रामकबूतर की चिठ्ठी, भगवान जी के पास।

12 July 2017 1:39 PM GMT
सोस्ती सीरी पत्र लिखी रामकबूतर की ओर से भगवान जी को राम राम। अब अपना हाल का बताएं, आधा आसाढ़ बीत गया पर एको बून्द पानी नही हुआ, सो रोपनी अभी सुरु नही...

अरे! कौआ कान ले गया....

12 July 2017 1:38 PM GMT
बचपन में बड़े पापा जब भी यह कहते थे मुझसे, मैं बाहर पीपल के पेड़ पर देखने लगता था। सब खूब हंसते थे। मैं बेवकूफ़ बन जाता था। आज वक्त बदल गया है। मैंने...

कुनबा........: रिवेश प्रताप सिंह

12 July 2017 1:28 PM GMT
यह घटना, रामपाल सिंह और नागपाल सिंह, दो भाईयों के परिवार की है। रामपाल सिंह प्रायमरी के अध्यापक थे और नागपाल डाक मुंशी थे। परिवार संयुक्त था और दोनों...

एक किस्सा....वाया कश्मीर

12 July 2017 4:08 AM GMT
यह सत्य घटना एक गांव के बहुत प्रतिष्ठित पंडित जी से जुड़ी है। पंडित जी जब एक वर्ष के थे उसी समय उनके पिता का असामयिक निधन हो गया। पंडित जी के माता के...

शंख............

12 July 2017 4:07 AM GMT
बनवारी चौबे और शंभू परधान दोनों के लड़के एक्के जोड़ी-पारी के थे। हाईस्कूल पास करने के बाद दूनो,दौड़ बनाने में लग गये। दूनो लड़के भोर में ही उठकर पांच...

नजर लागी राजा तोरे बंगले पर........... .

12 July 2017 3:23 AM GMT
पता नही इस कालजयी गीत को पूरी अदा के साथ गुनगुनाती नायिका के मन में तब क्या क्या रहा होगा, पर उस गुनगुन के पचासों वर्ष बाद जब इस गीत की प्रासंगिकता...

लगन स्पेशल----- परछावन (हास्य)

12 July 2017 3:22 AM GMT
पिछले महीने से ही दुर्गेश बाबू धूप से भसुर की तरह बच रहे थे। सनक्रीम से लेकर गुलाबजल , ककड़ी, मलाई शायदे कुछ बचा हो जो रंग चमकाने के लिये प्रयोग न किये...
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