लखनऊ । करीब छह माह बाद सत्र 2020-21 में सोमवार को पहले दिन कक्षा नौ से 12 तक भौतिक रूप से कक्षाएं संचालित होंगी। कक्षाएं दो पालियों में चलेंगी। कक्षाओं के दौरान छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के बीच दो गज दूरी और मास्क जरूरी रहेगा। बिना मास्क के छात्र-छात्राओं अथवा किसी भी वयक्ति को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। विद्यालयों में बच्चों के प्राथमिक उपचार के लिए मेडिकल रूम की व्यवस्था आवश्यक है। हर पाली के बाद कक्षाओं के सैनिताइजेशन विद्यालयों को कराना होगा।
1100 विद्यालयों की मॉनिटरिंग के लिए बनी 150 अधिकारियों की कमेटी :
जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश और शिक्षा विभाग से डीआइओएस डा.मुकेश कुमार सिंह ने राजधानी स्थित करीब 1100 विद्यालयों की निगरानी के लिए 150 से अधिक अधिकारियों की निगरानी की टीम बनाई है। जिलाधिकारी कार्यालय से जिला और ब्लाक स्तर के 106 अधिकारियों की टीम बनी है। डीआइओएस ने 51 राजकीय विद्यालयों की टीम और शिक्षा विभाग के अधकारियों समेत करीब 150 अधिकारियों की टीम बनाई है। टीम के अधिकारियों की जिम्मेदारी होगी कि वह बच्चों की सुरक्षा से संबंधित सारी व्यवस्थाओं की निगरानी करेंगे। उसके लिए एक रजिस्टर में सारा लेखा-जोखा रखेंगे। किन विद्यालयों में कोविड-19 से बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर क्या व्यवस्थाएं की जा रही हैं। इसका ब्योरा तैयार करेंगे। टीम के नोडल अधिकारियों को एक वाट्सएप ग्रुप से जोड़ा गया है। नोडल अधिकारी अपने अधीन विद्यालयों का स्थलीय निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार करेंगे।
अभिभावकों से सहमति पत्र लेकर देंगे शिक्षा भवन में :
सभी विद्यालयों बच्चों के अभिभावकों से सहमतिपत्र लेंगे। उस सहमति पत्र को लेकर एक फाइल में नत्थी करेंगे। यह फाइल प्रिंसिपल द्वारा डीआइओएस कार्यालय को उपलब्ध कराई जाएगी।
डीआइओएस डॉ मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि सोमवार से विद्यालयों में भौतिक रूप से कक्षा नौ से 12 तक कि कक्षाएं संचालित होनी हैं। विद्यालयों में बच्चों को सुरक्षा से सम्बंधित निगरानी के लिए जिलाधिकारी कार्यालय और शिक्षा विभाग की ओर से मॉनिटरिंग सेल बनाई गई है। सभी विद्यालयों को शासन द्वारा जारी कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन करना होगा। जिस विद्यालय द्वारा लापरवाही बरती जाएगी उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।