आजमगढ़ में पुलिस मुठभेड़ में एक बदमाश को गोली लगी

Update: 2020-01-12 05:35 GMT

आजमगढ़,  । तरवां थाना क्षेत्र के ग्राम जियापुर गांव के तिराहे पर रविवार तड़के पुलिस और अपराधियों में मुठभेड़ हो गई। गोलीबारी में एक अपराधी के बाएं पैर में पुलिस की गोली लगी है वहीं दो बदमाश पुलिस को चकमा देकर भाग निकलने में सफल रहे। गोली लगने से घायल बदमाश को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के अनुसार मुठभेड़ में घिरे बदमाश लूट के मुकदमे में वांछित चल रहे हैं।

तरवां एवं मेहनगर पुलिस मुखबिर की सूचना पर सुबह छह बजे भगवानपुर गांव के समीप चौराहे पर पहुंची थी। पुलिस घेराबंदी कर बदमाशों का इंतजार करने लगी। उसी दौरान एक बाइक पर तीन बदमाश आते दिखे। पुलिस ने बदमाशों को ललकारा तो दोनों ओर से फायरिंग शुरू हो गई। जवाबी फायरिंग में बदमाशों की बाइक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे जा गिरी। एक बदमाश के पैर में गोली लगी तो गिर पड़ा, जबकि दो मौके से भाग निकले। बदमाशों ने तरवां एसओ को निशाना बनाने की कोशिश की लेकिन गोली उनके बुलेटप्रूफ जैकेट से जा टकराई। एसओ संदीप यादव ने बताया कि गिरफ्तार बदमाश लूट का वांछित विनोद राजभर थाना मेहनगर के ग्राम असौसा का रहने वाला है। इसकी गिरफ्तारी में पुलिस पहले से लगी थी, लेकिन वह चकमा देकर निकल जा रहा था। पुलिस ने घायल बदमाश को 25 हजार का इनामी बताया है।

पूरी तैयारी फिर भी बदमाश चकमा दे गए

बदमाशों के पहुंचने की मुकम्मल सूचना थी। पुलिस की तैयारी भी उसी मुताबिक थी। मसलन दो थाने के इंचार्ज पूरे लाव लश्कर के साथ तैनात थे लेकिन उसके बावजूद पुलिस को चकमा देकर दो बदमाश निकल लिए। रात का अंधेरा भी नहीं रहा, जो बदमाश नजर नहीं आए। 24 घंटे पूर्व मुठभेड़ में संयोगवश ऐसा ही हुआ था। लिहाजा पुलिस की कहानी पर इलाके में चर्चा शुरू हो गई। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि कुख्यात बदमाशों का गैंग होता तो पुलिस कैसे सामना कर पाती। बहरहाल सच्चाई को भी हो लेकिन दो बदमाशों के पकड़े जाने से लोगों को राहत जरुर मिलेगी।

बोले एसपी : एसपी प्रोफेसर प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि दो नहीं तीन थाना तरवां, जहानगंज, मेहनगर की पुलिस थी। बदमाश कुख्यात पंकज गैंग से जुड़े हैं, गोली लगने से घायल बदमाश आज गिरोह को लीड कर रहा था, हमें पहले ही इसकी सूचना मिल गई थी। 

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