Janta Ki Awaz

भोजपुरी कहानिया - Page 6

रद्दी (कहानी)

16 Oct 2019 2:30 AM GMT
गर्मी की छुट्टी आधा बीत गई लेकिन तू किताब खोल कर एक अक्षर नहीं पढ़ा। संवरू की अम्मा ने रोटी बेलना रोक कर संवरू को घूर कर कहा।अम्मा.... का करें...

गीलापन.....रिवेश प्रताप सिंह

30 Sep 2019 1:40 PM GMT
बरसना एक वेग है, प्रवाह और ऊर्जा है। लेकिन बरसने के बाद का गीलापन...एक ठहराव है, शिथिलता और जड़ता है! जवानी की धार को कुंद करने का षडयंत्र है। नोंक पर...

लखनू पंडित...गायन मंडली . रिवेश प्रताप सिंह

10 Sep 2019 6:19 AM GMT
लखनू पंडित और उनकी गायन मंडली दस बीस गाँवों में अपने गीत-गुंजन हारमोनियम, तबले और खजड़ी से खूब जानी पहचानी जाती थी. पंडीजी के दुआर पर सुबह दो- चार लोग...

सख्त जबरदस्त... रिवेश प्रताप सिंह

4 Sep 2019 3:10 AM GMT
'सख्त' शब्द बहुत वास्तव में 'सख्त' होता है.. इसीलिये तो, जब लोग मना करने पर नहीं मानते तब मिटाकर दुबारा यह लिखना पड़ता है कि "यहाँ पेशाब करना सख्त मना...

सनातनी परम्परा पैरों की छाप... सर्वेश तिवारी श्रीमुख

2 Sep 2019 1:18 PM GMT
सनातन की परम्परा है, 'नवबधु जब उतरती है तो चौकठ के पास थाल में महावर रखा होता है जिसमें पैर रख कर वह आगे बढ़ती है। अपने पैरों की छाप छोड़ते हुए..." ...

तीज स्पेशल..... रिवेश प्रताप सिंह

2 Sep 2019 11:55 AM GMT
तीज में कल शहर,बाज़ार, चौराहे देर रात तक चहलकदमी और खरीदारी से रौशन रहे। मेंहदी, श्रृंगार और मिष्ठान के प्रतिष्ठानों ने खूब चांदी काटी... मेंहदी रचने...

कृष्ण गोकुल से गए ....सिसकियां और आह बची

25 Aug 2019 11:13 AM GMT
कृष्ण गोकुल से जा चुके थे, और साथ ही गोकुल से जा चुका था आनंद। लोगों की हँसी जा चुकी थी, आपसी चुहल जा चुकी थी, पर्व-त्योहार-उत्सव जा चुके थे। गोकुल...

कभी सूरदास ने एक स्वप्न देखा था, कि रुख्मिनी और राधिका मिली हैं और एक दूजे पर निछावर हुई जा रही हैं।

23 Aug 2019 1:23 PM GMT
कभी सूरदास ने एक स्वप्न देखा था, कि रुख्मिनी और राधिका मिली हैं और एक दूजे पर निछावर हुई जा रही हैं। सोचता हूँ, कैसा होगा वह क्षण जब दोनों...

फिर एक कहानी और श्रीमुख . "अधूरा वादा"

22 Aug 2019 9:59 AM GMT
खेत में दस मिनट की देरी से पहुँचे टिकाधर काका को देख कर मनोजवा बो ने टिभोली मारा- कहाँ थे काका? बिरधा पिनसिम के पइसा से ताड़ी पीने नही नु गए थे?काका ने...

एक कहानी .........रहस्य...

30 July 2019 2:17 PM GMT
...बिहार के बेगूसराय जिले का एक सामान्य गाँव, गाँव के जमींदार थे बाबू बटेसर सिंह। बाबू साहब कई सौ बीघे के काश्तकार थे, अगल बगल के दस से अधिक...

सुन रहे हैं??.........हाँ, बताओ न...: सौरभ चतुर्वेदी

28 July 2019 5:58 AM GMT
आज बाबू के स्कूल की छुट्टी ग्यारह बजे ही हो जाएगी..आपकी छुट्टी है ही..वैन के ड्राइवर को फोन करके आप खुद ही स्कूल चले जाइए..बच्चा खुश हो जाएगा कि पापा...

अखरेला अधिका सवनवा बटोहिया

28 July 2019 2:28 AM GMT
विद्यालय से वापस लौटते आलोक पाण्डेय जब एकाएक झमाझम बारिस में घिर गए, तो जाने क्यों भीगने का मन होने लगा। पॉकेट से पैसा निकाल कर गाड़ी की डिक्की में...
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