Janta Ki Awaz

भोजपुरी कहानिया - Page 5

मुख्तार मियाँ की कबूतरबाजी

12 March 2018 2:27 PM GMT
आसमान में खूब ऊंचाई पर अगर कबूतर घंटों उड़ान भरते दिख जायें तो इलाके के कबूतरबाज़ बिना पूछे जान लेते थे कि यह मुख्तार मियाँ के वफादार हैं। भोपाल की तंग...

बुड़बक आख्यान ८ "महामिलन"

11 March 2018 5:42 AM GMT
कबूतर हो गया है अरविंद सिंह का मन, लगता है जैसे अभी उड़ के मनोरमा की छत पर बैठ जाएंगे। प्रेम के गड़े मुर्दों को उखाड़ने में यह फागुन का महीना चुनावकाल को...

"यू टू, ब्रूटस ?"

4 March 2018 11:45 AM GMT
"हरिहर बाबू कहाँ तक मेरी फाइल पहुची ? अब तो नए साहब भी आ गए है." बदरी प्रसाद जी ने पूछा. "फाइल तो साहब के टेबल पर ही पड़ी है. थोड़ा और समय...

"ईमान"........: धनंजय तिवारी

4 March 2018 10:56 AM GMT
"बॉस vt चलेगा?" एक अधेड़ उम्र का आदमी रघु से पूछता है। रघु उसे ध्यान से देखता है। आदमी कुछ घबराया हुआ है और जल्दीबाजी में भी लगता है। इस तरह के लोगो से...

"ए सुगना ! मन हुआ फगुना....

28 Feb 2018 4:29 AM GMT
ऐसे में जब फगुनी बयार करेजा को सिसका दे रही हो..., ऐसे में जब बुढ़ऊ लोगो के मन में भी 'देवर' नामक सर्वहारा रस चरस बो रहा हो..., ऐसे में जब कनिया काकी...

फिर एक कहानी और श्रीमुख "बिरहिन दिन अगम अपारे"

27 Feb 2018 12:49 AM GMT
बिरनाबन गोकुल तन आवत, सघन तिरनन के छांवsss ए ऊधो बाबा, मोहि बृज बिसरत नाहि...सारंगी टेर कर सूरदास का भजन गाते जोगी को रमौतिया ने जैसे ही...

फिर एक कहानी और श्रीमुख "गोकुल"

25 Feb 2018 2:02 PM GMT
भारत के सिंहासन पर आरूढ़ हुए औरंगजेब को दस वर्ष हो गए थे। इन दस वर्षों में उसने हिन्दू जाति को समाप्त करने का हर वह प्रयत्न कर लिया था, जो वह कर सकता...

क्रांतिकथा

23 Feb 2018 8:03 AM GMT
बाबा चुमण्डल का मन गंडगोल है। महीनों हो गए कोई मजगर मुद्दा मिले, जिस पर उल्टी कर सकें। दो चार दलित युवतिओं के साथ दुर्व्यवहार भी हुए तो उसमें भी...

फिर एक कहानी और श्रीमुख "रगड़ा"

21 Feb 2018 1:34 AM GMT
खेत की ओर निगाह उठते ही रामकबूतर बो का मियाज झनक गया। मने इतना भी कहीं अनेत होता है? पूरा कट्ठा भर सरसो बकरी चर गयी है। आँख में अंगार भर के इधर उधर...

स्वामी आलोकदेव, एक संघर्ष...

19 Feb 2018 12:24 PM GMT
बागी बलिया की धरती,और बीसवीं शताब्दी का सातवां दशक। यह वह कालखण्ड था जब 'तीन' वाले ब्राह्मण 'तेरह' वाले ब्राह्मणों का जम के शोषण करते थे। दुष्ट...

नारी शक्ति.... आदर्श राय

18 Feb 2018 1:22 AM GMT
नारी बिन संसार अधूरा शृष्टि का श्रृंगार अधूरानारी बिन कल्पना करो तुमक्या संसार को पाओगेझरनों में माधुर्य है सूनासूरज में लाली है सूनीबस ये...

इति वेलेंटाइन कथा...

14 Feb 2018 12:47 PM GMT
दिलकुदरिया का दिल हिल गया है आज। एक तो अपने वेलेंटाइन का दिन, आ ऊपर से पाकिट में चवन्नी नहीं। मन ही मन सोचता है कि साला हमसे बड़ा दलित खोजने से नहीं...
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