Janta Ki Awaz

भोजपुरी कहानिया - Page 40

गाँव की कहानियाँ यार की शर्त

18 Jun 2017 11:43 AM GMT
बात तब की है जब गाँव में 'जहाँ सोच वहाँ शौचालय' की अवधारणा का विकास नहीं हुआ था तथा सच्चा मित्र उन्हें माना जाता था जो एक साथ घंटों शौच हुआ करते थे।एक...

बीजू अर्थात् दूसरा या जूठन

18 Jun 2017 11:19 AM GMT
सुना है कि आम पृथ्वी पर केवल लंकापति रावण की अशोक वाटिका में था और लंकादहन के बाद लौटते समय हनुमान जी इसके फलों को भी अपने साथ लेकर आए और श्रीराम को...

पवित्रो वा : आलोक पाण्डेय

18 Jun 2017 11:18 AM GMT
यह तो मुझे याद नहीं कि बात कब की है पर है सोलहो आने सच कि भोजनोपरांत जब पहली बार स्टील के कटोरे में बैरा पानी में तैरते कटे नीबू लेकर आया तो मैं...

जब जनम लियो नंदलाल

18 Jun 2017 11:09 AM GMT
यशोदा जब जागीं तो देखीं कि उनकी गोद में भोर के नीले आकाश में के काले बादलोँ पर जब सूर्य की पहली किरण पड़ती है और जैसा श्याम रंग उन बादलोँ का हो जाता है...

नाको-8 पञ्चरात्रि

18 Jun 2017 11:08 AM GMT
मनुष्यों के जीवन में पाँच रात्रियों का विशेष महत्व है। जन्म की रात, यज्ञ की रात, विवाह की रात, मिलन की रात और विदा की रात।इसमें जागने की कला योगियों...

नाको- 7 यादों की बारात

18 Jun 2017 11:05 AM GMT
भारतीय समाज में वरार्थ अर्थात् बारात का विशेष स्थान है और 90 के दशक तक बारातें खूब सजाई जाती थीं, हाथी, घोड़े, टेंट, बैंड बाजा, नाच, तम्बू, कनात,...

नाको-6 प्रीत कि रीत

18 Jun 2017 11:02 AM GMT
बात दादाजी ने शुरू की- देखिए नेता जी (आने सुभाष मने निंदक जी)! कन्या अपने वादे जैसी ही ढूढिएगा एकदम सुंदर और सुशील। लहरी गुरु जानने न पाएँ ऐसी...

नाको-5 प्यार को प्यार ही रहने दो

18 Jun 2017 10:43 AM GMT
प्रेम एक अजीब दशा है। इसका शबाब तब और बढ जाता है जब यह पता न हो कि आप जिसे प्यार करते हैं वह आपको प्यार तो प्यार, आपकी परवाह भी करता है कि नहीं। इस...

नाको-4................: आलोक पाण्डेय

18 Jun 2017 10:40 AM GMT
आठ-आठ शालियों के कभी एकलौते जीजा रहे श्री Lahari Guru Mishra का भी वह एक जमाना था कि अस्सी गाँवों में जब कोई नौजवान किसी लड़की की तरफ आँख भी उठाकर...

नाको- 3........................: आलोक पाण्डेय

18 Jun 2017 10:39 AM GMT
परिचयLahari Guru Mishra जब भारी कदम से मानिनी के ही घर की ओर चल पड़े जहाँ वह सालभर से रह रही थी तो सर्वेश चिंता में पड़ गया क्योंकि लहरी गुरु...

नाको, भाग-2...................: आलोक पाण्डेय

18 Jun 2017 10:33 AM GMT
सर्वेश को बेहोश देखकर सारी लड़कियाँ घबरा गयीं किंतु मानिनी निश्चिंत खड़ी मुस्करा रही थी। धीरे से अपने पैरों में से चमड़े का चप्पल निकाला और सर्वेश को...

सावन बरसे फागुन

18 Jun 2017 10:29 AM GMT
सावन से कभी भी कम सुंदर हरियाली फागुन की नहीं रही।भरे में खालीपन का एहसास है फागुन और खाली में भी भरेपन का एहसास है सावन। सावन का हरापन बादलों का...
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