Janta Ki Awaz

भोजपुरी कहानिया - Page 39

वो सावन के झूले......

25 Jun 2017 5:45 AM GMT
अकेला पेड़ था मोहल्ले का जिसपर हर कोई झूला डालकर ऊंचाइयों को हासिल करके खुश होने आनंद प्राप्त कर सकता था। क्या लड़कियाँ, क्या लड़के मोहल्ले के सभी उस नीम...

भक्क साला बिहारी.... (..टेलीफोन वाली प्रेम कहानी..)

25 Jun 2017 3:31 AM GMT
...कल स्टोरी टेलिंग डे था, और मैं ठहरा आलसी इंसान (वैसे मैं ऑफिस में व्यस्त भी था, पर आप आलसी ही मान कर चलिए),. तो आज एक स्टोरी सुना देता...

इन्वेस्टमेंट ..............: व्यास तिवारी

24 Jun 2017 4:20 PM GMT
प्रोफेसर साहब को स्वर्गवासी हुये /क्रिया कर्म निपटे 4 दिन भी नही बीते कि उनके बड़े बेटे रमाकांत घर के बंटवारे पे अड़ गये ..मन मारकर छोटे बेटे कृष्णकांत...

राकेशवा की डायरी का एक और पन्ना

24 Jun 2017 2:30 PM GMT
कुछ ज्यादा नहीं बदला तुम्हारे जाने के बाद से बस थोड़ा सा भूलने लगे हैं , पर फिर भी न जाने क्यों तुमको नही भूल पा रहें हैं ।............ ...

"शिवेंद्रकथा"

24 Jun 2017 2:23 PM GMT
एक बार सुमन्त ने प्रियांक से कहा --- हे प्रियांक! ऐसी कथा सुनाइए जिसे सुनकर मन प्रसन्न हो जाए और चित्त में शान्ति छा जाए। प्रियांक ने जो सुनाया वो इस...

"मोतीझील केंद्र"

23 Jun 2017 1:45 PM GMT
नमस्कार! यह दूरदर्शन का मोतीझील केंद्र है, और आप देख रहे हैं हमारा प्रायोजित कार्यक्रम "मुद्दों का चीरहरण"। मैं श्रीमुख पार्थ आप सब का स्वागत करता...

लघु कहानी "पर उपदेश कुशल बहुतेरे "

23 Jun 2017 12:34 PM GMT
खुसरू पुर गाँव में एक गोष्ठी का आयोजन हुआ था जिसका प्रकरण था "दहेज "। गाँव के ही नौजवानों ने उस गोष्ठी को सफल बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किया था। मंच...

"बबितेश्वर"

21 Jun 2017 9:54 AM GMT
अपना टूटा हुआ मन ले के न जा।मेरी बैचैनी का सिला मुझे दे के न जा।।न जा कि शाम शब उदास रहती है।पूनम के चाँद सुन ईद मेरी ले के न जा।।एक कतरा हूँ चाहता...

"स्वार्थ "

21 Jun 2017 8:46 AM GMT
वर्तमान परिप्रेक्ष्य में परिवार,समाज,रिश्ते-नाते एवं मित्रता सिर्फ स्वार्थ पे ही टिका है ।रामचरितमानस में भी तुलसीदास ने लिखा है,- "स्वारथ लाय...

फिर एक कहानी और श्रीमुख "सांवली लड़की"

20 Jun 2017 1:34 PM GMT
चचेरे भाई की बारात निकल रही है और सुपुत्र बेचैन हैं कि बारात देखनी है। मैं उनको ऊँगली पकड़ा कर ले आया हूँ परछावन दिखाने, वे पहली बार परछावन देख रहे...

"बैना/बाएन"

19 Jun 2017 7:56 AM GMT
"ऐ भौजी चल! माई बोलवल सिह। बैना बाटे के बा" छांगुर के छोट लईका भोलवा, भुटेली बो से कहता। ओकरा बड़का भौजी किहाँ से तीज आयिल बा। जबाब में...

"पिता" फिर एक कहानी और श्रीमुख

18 Jun 2017 2:19 PM GMT
उन दोनों को भागते भागते दो दिन और तीन रातें बीत चुकी थीं। उनके दोनों घोड़े एक दिन पहले ही गिर गए थे, तबसे वे बिना रुके पैदल ही जंगलों में भागे जा रहे...
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