Janta Ki Awaz

भोजपुरी कहानिया - Page 36

हास्य लेख - (बबिता )

4 July 2017 7:49 AM GMT
-"इ बबिता के ह जी? " -"केहू ना ।"रोज रोज के वाट्स अप व फेसबुक पर चर्चा -ए -आम से त्रस्त नीतू भउजी एक दिन आलोक पाण्डेय का पैर दबाते हुए पुछ...

"एक वियाह ऐसा भी..

4 July 2017 7:01 AM GMT
अच्छा आपसे कोई पूछे कि रस कितने प्रकार का होता है तो आप का बोलेंगे ? छोड़िये आपका तो नहीं पता बाकि हम तो इहे जानते हैं दुइ ठो होता...

बकरी की छाँह.....

4 July 2017 2:30 AM GMT
इधर कुछ दिनों से जिन्दगी जैसे 'मोदी' हो गई है। दौड़ना भागना दुनिया भर का और हासिल कुछ भी नहीं। इसीलिए इधर 'मनमोहन' टाइप हो गया था।इधर बरसात ने भी...

मेंहदी रो रंग लागो रे पिया...

3 July 2017 3:27 PM GMT
प्रोफेसर जयदेव सर पटना सिने अकादमी के अध्यक्ष हैं।मगध विश्वविद्यालय में सायकाॅलोजी के आचार्य हैं, फिल्मों के समीक्षक हैं... बहुत कुछ हैं एक साथ।...

आत्महत्या- लेखक - विशाल "अज्ञात"

3 July 2017 12:58 PM GMT
ठक ठक ठक... थप थप थप...श्रेया दरवाजा खोलो !! ठक ठक ठक.. अरे यार श्रेया दरवाजा खोल भी दो ? बहुत थक गई हु..!! सात से आठ बार दरवाजा खटखटाने के बाद...

वोट फाॅर दुलारी भौजी ...

3 July 2017 11:20 AM GMT
कोईरी टोला की दुलारी भौजी ने बीडीसी का पर्चा भर दिया है। पूरा गाँव दुलारी को भौजी ही कहता है। और गांव के बड़े - बूढ़े ही नहीं, खुद भगवान जी भी दुलारी...

ये कौन सा दयार है....

3 July 2017 11:09 AM GMT
पिछले दिनों बारिश और तूफान के कारण बिजली के कुछ पोल गिर गए हैं। लगभग पूरे बलिया जिले में लाइट नहीं आ रही।ऐसा नहीं कि हम बिजली का रोना रो रहे हैं।कहते...

'शिकायत" (कहानी)

3 July 2017 7:42 AM GMT
नित्य की भांति अपने नर्सिंग होम के सभी वार्डों का चक्कर लगाते डॉ शशिशेखर शुक्ला जब जेनरल वार्ड में पहुचे तो एक बेड के पास ठिठक गए।बेड पर एक पचास पचपन...

"अब के सजन सावन में....."

3 July 2017 7:41 AM GMT
" गांव में के के रहेला भइया?" फर्नीचर मिस्त्री अजय पूछता है। उसकी उम्र करीब 25 साल होगी पर बात में भोलापन साफ़ साफ़ दिख रहा है। आज वह...

पार्थ! युद्धाय कृतनिश्चय: ....

3 July 2017 3:16 AM GMT
शुकुल सर का नाम सुने हैं आप! क्या कहा - नहीं! तब बलिया को अभी जाने ही नहीं आप।बलिया के ही हैं शुकुल सर। शुकुल सर हैं तो संस्कृत है, शुकुल सर हैं तो...

निराश और नाकाम रोगी मिलें...

3 July 2017 3:15 AM GMT
कहते हैं जिंदगी की सबसे अच्छी कीमत वही लगा सकता है, जो रोज मरता हो। जब भी मेरा कोई दोस्त, विद्यार्थी या कोई भी उदासी, निराशा, नाकामी और मरने की बातें...

"चिट्ठी आई है"/...... कहानी

3 July 2017 1:35 AM GMT
पूरे गाँव भर में एक्के ठो थे - जगरनाथ चच्चा। थे किसी और गाँव के पर इस गांव के कई लोगों ने उन्हें अपने बचपन से देखा था। जिस जमाने में मैटरिक तक स्कूल...
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