लखनऊ. पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व अटल बिहारी वाजपेयी सबके दिलों में बसते हैं. शायद यही वजह है कि उनके राजनीतिक विरोधी भी अटल जी का गुणगान करते नहीं थकते. अटल बिहारी वाजपेयी कई बार लखनऊ के सासंद रहे. इसी प्रेम और स्नेह के चलते उनकी विशालकाय मूर्ती राजधानी लखनऊ के लोकभवन परिसर में उनके जन्मदिन के मौके पर लगाई गई. उनकी 25 फिट ऊंची विशालकाय मूर्ती को देखने के लिए लोगों में भी खासी रुची थी. यही वजह थी कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को आम लोगों के लिए अटल जी की प्रतिमा के दर्शन के लिए इसे खोलने का निर्देश दिया.
जिसके बाद 12 जनवरी को लोकभवन में आने और मूर्ती के साथ सेल्फी खिंचाने का लोगों में खूब क्रेज दिखा. लखनऊवासी रविवार को खिली धूप में यहां बड़ी संख्या में पहुंचे. अटल बिहारी की मूर्ती के साथ सेल्फी खींचने के बाद विशाल बहुत खुश नजर आए. वो बोले बहुत बार इस सड़क से गुजरा हूं. ये इमारत बनते देखी है. हमेशा सोचता था कि ये बिल्डिंग अंदर से कैसी दिखती होगी. कैसा लगता होगा, जहां नेता व मंत्री काम करते होंगे? आज अंदर आया तो मन बहुत खुश हुआ और जब अंदर आकर मूर्ती के साथ फोटो खींचने का मौका मिला तो खुशी दोगुनी हो गई. अटल जी को कभी सामने से तो नहीं देख पाया, लेकिन मूर्ती के साथ फोटो खिंचा कर तमन्ना पूरी की.
लोगों के सार्वजनिक आवागमन को देखते हुए लोकभवन में सुरक्षा के भी खासा ख्याल रखा गया है. करीब 100 के आस-पास पुलिसवालों को यहां निगरानी से लेकर लोगों की जांच पड़ताल में लगाया गया है. कोई व्यक्ति लोकभवन की भीतरी इमारत में न चला जाए, इसके लिए भी पुलिस पोर्टिकों में लगाई गई है. लोकभवन सुरक्षा में लगे चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर बताते हैं कि हर आने जाने वाले की चेकिंग हो रही है. बिना चेंकिंग कोई भी लोकभवन में प्रवेश नहीं कर सकता. कोई बैग अंदर ले जाने की अनुमति नहीं है. लोगों की एंट्री गेट नंबर 3 और 4 से होगी और एग्जिट गेट नंबर 5 और 1 से हो रही है. इसके साथ ही सीसीटीवी की मदद से पूरी निगरानी रखी जा रही है.साथ ही हर विजिटर की इंट्री रेजिस्टर भी मेनटेन किया जा रहा.