बलरामपुर. जनपद के यादव गन हाउस से गायब हुए असलहे जिला प्रशासन के गले की हड्डी बन गये हैं. अभी तक प्रशासन इस बात का पता नहीं लगा सका है कि वास्तव में कितने असलहे गन हाउस से चोरी हुए हैं. गौरतलब है कि बुधवार की शाम कोतवाली नगर क्षेत्र के पहलवारा मोहल्ले में स्थित यादव गन हाउस से कई असलहे गायब होने का मामला प्रकाश में आया था. यह मामला उस समय प्रकाश में आया जब डीएम के आदेश पर 12 लाइसेंस धारियों के शस्त्र रिलीज करने के लिए एसडीएम सदर डा. नागेंद्र नाथ यादव और सीओ सिटी गनहाउस पर पहुंचे.
पहले से ही सील है गन हाउस
शस्त्र वापसी के समय पता चला कि आठ लाइसेंस धारियों के शस्त्र गन हाउस में नहीं हैं. जब इसकी छानबीन शुरू की गई तो पता चला की गन हाउस के अलमारी में रखे कई और शस्त्र मौके से गायब हैं. गन हाउस के पीछे की दीवार में नकब लगाकर चोरी की गई है. यह गन हाउस पूर्व मंत्री और सपा के जिलाध्यक्ष डॉक्टर एसपी यादव के बेटे आदर्श यादव के नाम है. 16 अगस्त 2018 को कारतूसों की अनियमितता के चलते आदर्श यादव के खिलाफ कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज किया गया था. उसी समय इस गन हाउस को सील भी कर दिया गया था. फिलहाल फोरेंसिक टीम को भी जांच के काम में लगाया गया है.
शस्त्रों की कोई सूची ही नहीं !
आश्चर्य की बात यह है कि गन हाउस को सील करते समय गन हाउस में रखे गए शस्त्रों की कोई सूची नहीं बनाई गई थी. इसी कारण कितने असलहे चोरी हुए हैं अभी तक इसका खुलासा नहीं हो सका है. यादव गन हाउस के मालिक के मुताबिक लगभग 42 शस्त्र चोरी हुए हैं जिनमें से 32 रिवाल्वर और पिस्टल हैं तथा 10 राइफल हैं. यह संख्या और भी बढ़ सकती है. चोरी के इस मामले के बाद से पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. अभी तक पुलिस और प्रशासन का कोई भी अधिकारी गायब हुए शस्त्रों की संख्या नहीं बता पा रहा है. फॉरेंसिक टीम ने भी गन हाउस पहुंच कर जांच की उसके बाद गन हाउस को फिर से सील करके वहां सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.
एसपी देवरंजन वर्मा ने कहा कि अभी मामले की जांच की जा रही है. गनहाउस का स्टॉक रजिस्टर भी गायब है. एसपी ने कहा कि जो शस्त्र गनहाउस में है उनकी गणना की गयी है और लाइसेंस धारियों की पर्ची से इसका मिलान कराया जा रहा है. फिलहाल पुलिस जांच कर रही है जल्दी ही मामले को सुलझा लिया जाएगा. लेकिन ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर ये असलहे कबसे गायब हैं और इनका अब तक क्या दुरूपयोग हुआ?