शहीद सैनिक के अंतिम दर्शनों को उमड़ा जनसैलाब

Update: 2019-10-03 13:07 GMT

-सूरत में युद्ध अभ्यास के दौरान हृदय गति रुकने से सैनिक की मौत

-राष्ट्रीय सम्मान के साथ दी अंतिम सलामी

-पैतृक गांव पहुंचा शहीद का शव, बड़े बेटे ने दी शहीद को मुखाग्नि

बलदेव, तुलसीराम (): राजस्थान के सूरतगढ़ में सेना के युद्धाभ्यास के दौरान बलदेव के रहने वाले एक सैनिक की मौत हो गई।

मिली जानकारी के अनुसार बल्देव विकास खंड के ग्राम रदोई निवासी सैनिक मथुरा प्रसाद 44 वर्ष पुत्र हरदम सिंह की राजस्थान के सूरतगढ़ में युद्धाभ्यास के दौरान ड्यूटी करते वक्त उनकी छाती में अचानक तेज दर्द की समस्या पैदा हो गई। उन्हें तत्काल उपचार हेतु अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई। वह सेना के इन्फैंट्री में ग्रिनेडियर में हवलदार की पोस्ट पर जयपुर में तैनात थे। गुरुवार की सुबह शहीद सैनिक का शव उनके पैतृक गांव रदोई पहुंचा। शहीद का शव गांव पहुंचते ही पूरा गांव शोक में डूब गया। उनके पिता हरदम सिंह व माँ पुत्र के खोने के गम से निढाल हो गए हैं। उनकी पत्नी शीला देवी का तो रो-रोकर बुरा हाल है। शहीद मथुरा प्रसाद के दो पुत्र हैं। बड़ा बेटा विपिन कुमार भी आर्मी में तैनात है। छोटा बेटा विनोद अभी 17 साल का है। सैनिक की शहादत की खबर पर उनके घर पर लोगों का जमावड़ा लगा हुआ है। तहसीलदार महावन भी शहीद के परिजनों से मिलने बलदेव के गांव रदोई पहुंचे। इधर जयपुर में भी आर्मी के जवानों ने अपने शहीद साथी को अंतिम सलामी दी। पूरे राष्ट्रीय सम्मान के साथ शहीद को अंतिम सलामी दी गई। उनके बड़े पुत्र विपिन ने उन्हें मुखाग्नि दी। शहीद के पुत्र विपिन ने बताया कि 1 मार्च 2020 को उनके पिता रिटायर हो रहे थे।

शहीद मथुरा प्रसाद के परिजनों ने की शहीद गेट व शहीद स्मारक व ग्रामीण हॉस्पिटल का नाम शहीद मथुरा प्रसाद के नाम पर रखे जाने की मांग की। इस अवसर पर एसडीएम महावन हनुमत प्रसाद मौर्य ब्लाक प्रमुख बलदेव राजपाल भरंगर एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

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