सुकमा: 'ऑपरेशन प्रहार' कर CRPF ने ढेर किए 12 से ज्यादा नक्सली, 3 जवान भी शहीद
छत्तीसगढ़ के सुकमा में सीआरपीएफ ने नक्सलियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन चलाया है। इस ऑपरेशन को 'ऑपरेशन प्रहार' का नाम दिया गया था, जिसमें नक्सलियों के खिलाफ चहुंओर कार्रवाई करते हुए सुरक्षाबलों ने 1 दर्जन से ज्यादा नक्सलियों को ढेर कर दिया है। इस दौरान 8 से 10 नक्सलियों के घायल होने की सूचना है। नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए बड़े 'ऑपरेशन प्रहार' अभियान के दौरान 3 जवान भी शहीद हुए हैं, तो कम से कम 5 जवानों के घायल होने की सूचना है।
सीआरपीएफ ने जानकारी दी कि उसके पास सुकमा के जंगलों में 200- 250 नक्सलियों के छिप होने की पक्की खबर थी। इसी के बाद नक्सलियों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया गया, जिसे 'ऑपरेशन प्रहार' नाम दिया गया। ये ऑपरेशन 22 जून से चल रहा था। इस ऑपरेशन के दौरान डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड के 3 जवान शहीद हो गए। इस दौरान 5 जवान घायल भी हो गए। इस ऑपरेशन में स्थानीय स्तर पर छत्तीसगढ़ पुलिस भी सीआरपीएफ को मदद की।
ऑपरेशन प्रहार को 22 जून की रात से लगातार 56 घंटों तक सुकमा के उन जंगलों में चलाया गया, जहां सुरक्षाबलों का घुसना ही नामुमकिन माना जाता रहा है। सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि 200 से 250 खूंखार नक्सली सुकमा के जंगलों में छिपे हुए थे, जिसके बाद सीआरपीएफ और डीआरजी ने मिलकर बड़ा ऑपरेशन चलाया। इस ऑपरेशन में इंडियन एयरफोर्स के एंटी नक्सल टास्क फोर्स ने भी हिस्सा लिया और सुरक्षाबलों को सामान के साथ ही अन्य मदद पहुंचाई, जिसमें घालयों को निकालना भी शामिल रहा।
ऑपरेशन प्रहार के दौरान सुरक्षाबलों ने 12 से अधिक नक्सलियों को ढेर कर दिया। इस दौरान 8 - 10 नक्सली घायल भी हुए हैं। हालांकि नक्सली अपने साथियों का शव ले जाने में सफल रहे। सुरक्षाबलों ने एक नक्सली का शव बरामद किया है, जिसके साथ एसएलआर राइफल भी मिली है। ये एसएलआर राइफल सुरक्षाबलों से ही लूटी गई थी।
सीआरपीएफ के इस ऑपरेशन में घायल हुए जवानों को निकालने के लिए इंडियन एयरफोर्स के विशेष हेलीकॉप्टर ने लगातार उड़ाने भरीं इंडियन एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर ने घने जंगलों में से 5 घायल जवानों को निकाला। जंगल में एयरफोर्स का हेलीकॉप्टर 5 जवानों को लेने के लिए गया, तो उसपर भी नक्सलियों ने फायरिंग की। हालांकि एयरफोर्स का हेलीकॉप्टर घायल जवानों को लेकर निकलने में सफल रहा। इसके बाद शहीदों के शव लेने के लिए दुबारा गए हेलीकॉप्टर को मौसम के खराब होने के चलते खाली हाथ लौटना पड़ा। ऐसे में शहीद जवानों के शव अभी तक जंगल के कैंप में ही हैं।
सीआरपीएफ का कहना है कि आगे भी ऐसे बड़े ऑपरेशन चलाए जाते रहेंगे। इस ऑपरेशन के दौरान और भी बड़ी कामयाबी मिल सकती थी, पर अभी खराब मौसम की वजह से ऑपरेशन को रोक देना पड़ा है।