Janta Ki Awaz

व्यंग ही व्यंग - Page 20

'रविश की रिपोर्ट' पर रिपोर्ट

20 Sep 2017 4:01 AM GMT
पत्रकारिता के लिए 7-स्टार स्टूडियोज और हाई डेफनिशन कैमरों के साथ थ्री पीस सूट में लाखों रूपये तनख्वाह पाने वाले पत्रकारों की बेचैनी मैं समझ रहा हूँ।...

पेंड़किया,गुजिया,चंद्रकला,लवंगलता,मिठा सिंघाड़ा देश का रूप—स्वरूप,मन—मिजाज इन जैसा ही है

13 Sep 2017 2:02 AM GMT
एक मिठाई है पेंड़ुकिया. पेंड़किया भी कहते हैं इसको. कई जगहों पर गुजिया के नाम से जाना जाता है. सूखा भी होता है, रसदार भी. कई तरह से बनता है. खोवा...

शिक्षामित्र..... श्रीमुख

13 Sep 2017 1:58 AM GMT
IDBI bank में मैनेजर के पद पर कार्यरत रहते हुए जब कुणाल नेTET का फार्म भरा तो सभी सहकर्मियों ने उसका मजाक उड़ाया ।अबे 45000 का जॉब छोड़ कर12000 पर...

धाकड़ व्यंग : 'प्रसिद्ध', 'उदारवादी', 'निष्पक्ष' 'महिला' 'पत्रकार' की हत्या

8 Sep 2017 3:42 AM GMT
देश के किसी कोने में एक 'प्रसिद्ध', 'उदारवादी', 'निष्पक्ष' 'महिला' 'पत्रकार' की हत्या हो जाती है और देश दुनिया में तहलका मच जाता है। देश के माहौल को...

एक वामपंथी पत्रकार और सड़क पर चलते आम बिहारी पत्रकार की ज़िंदगी का मोल अलग है क्या?

6 Sep 2017 4:41 AM GMT
बिहार में पत्रकारों की मौत पर सरदेसाई, गुप्ता, वर्मा, कुमार और बाकी लोग नहीं बोलते। गौरी लंकेश की मौत पर चील उड़ चुके हैं। वो एंटी-राइट विंग थी, कई...

बेचारे काँग्रेस के सत्तर-अस्सी सपोर्टर, जो आश्चर्यजनक रूप से बचे हुए हैं

26 Aug 2017 6:16 AM GMT
मुझे आश्चर्य है कि राम रहीम के कारनामों पर कोर्ट की मुहर लगने के बाद फ़ेसबुक पर कुछ लोग काँग्रेस और भाजपा में 'अंतर' तय करते दिख रहे हैं। लगातार...

दिल गिरा कहीं पर... दफ़्फ़ातन...

23 Aug 2017 3:05 PM GMT
वो तेज़ी से मेट्रो की सीढ़ियाँ उतरता चला जा रहा था कि अचानक लगा जैसे वक़्त रुक गया हो। सब कुछ अचानक अपनी नैसर्गिक गति से दो सौ गुणा कम पर आ गया हो......

ये लड़ाई है लचीला आधुनिक युग का संविधानऔर एक कठोर कबीलाई युग का बर्बर विधान के बीच

23 Aug 2017 6:31 AM GMT
फिल्म 'बाहुबली-१' के युद्ध शुरू होने के दृश्य से ठीक पहले आपने परेशान कटप्पा को जरूर देखा होगा। वो हैरान था कि इन हथियारों से हमलावरों का मुकाबला कैसे...

नो तलाक.. इन माई बुर्का..

22 Aug 2017 7:06 AM GMT
उच्चतम न्यायालय का निर्णय मानवता के पक्ष में है। समाज के हित में ऐसे निर्णय डंके की चोट पर न सही...हथौड़े की चोट पर भी ठीक हैं। ...

हे प्रभु! ये तुम्हारी माया नहीं तो और क्या मात्र 23 और 70 ही रखी गई

20 Aug 2017 5:40 AM GMT
मैं सरकार को दाद देना चाहता हूँ कि चौदह डिब्बों के पलटने के बाद भी, और स्थानीय लोगों के द्वारा सौ से बहुत ज्यादा लाशों को निकालने के बावजूद (सरकारी...

भादो की अन्हरिया रात का महीन सौंदर्य झाँकने की एक कोशिश

19 Aug 2017 5:06 PM GMT
रात के पौने दस बजने वाले हैं।घर की छत पर हूँ।बिजली नहीं है।बिजली नहीं होना ख़राब बात है पर आज ये एक मौका है मेरे लिए। भादो की अन्हरिया रात का...

"अगले जन्म की कविता"

19 Aug 2017 2:42 AM GMT
मोबाइल का ऑफ़ होना शांति है, इंटरनेट का नहीं होना है एकाग्र होने की अवस्थानिरंजना नदी के तट परकिसी पीपल के नीचे आँख बंद कर ध्यानस्थ होना हैउस...
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