नाज़िरपुरा में शिक्षा, सेवा और साहित्य का अनूठा संगम- तीसरा तालीमी इजलास व मुशायरा–2025 बना ऐतिहासिक कार्यक्रम
भीड़, उत्साह और जनभागीदारी ने बनाया इसे जिले का सबसे चर्चित आयोजन
आनन्द प्रकाश गुप्ता /अनवार खाँ मोनू
बहराइच।मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती पर नाज़िरपुरा में आयोजित तीसरा तालीमी इजलास व मुशायरा–2025 इस बार सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक भव्य सामाजिक आंदोलन बनकर उभरा। शिक्षा, स्वास्थ्य, साहित्य और समाजसेवा—चारों स्तंभों को एक ही मंच पर एक साथ जोड़ने का जज़्बा इस आयोजन की सबसे बड़ी पहचान रहा।सामाजिक सगठन नाज़िरपुरा विकास मंच द्वारा आयोजित इस विशाल आयोजन में हजारों की भीड़ उमड़ी, जिसने पूरे क्षेत्र को उत्सवमय बना दिया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ हाफिज मुनीर अहमद अंसारी के कुरान पाठ से हुआ।
याशर शाह का प्रभावशाली संबोधन—“शिक्षा ही इंसान को ऊँचा बनाती है”
उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और पूर्व कैबिनेट मंत्री यासर शाह ने अपने संक्षिप्त लेकिन प्रभावशाली भाषण में शिक्षा को समाज के उत्थान का सबसे बड़ा हथियार बताया।
उन्होंने कहा—
“मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की सोच आज भी उतनी ही प्रासंगिक है। जब तक हर बच्चे तक शिक्षा नहीं पहुँचेगी, तब तक कोई समाज प्रगतिशील नहीं बन सकता।”
उनके शब्दों ने मंच पर मौजूद हर किसी को शिक्षा के प्रति नई प्रेरणा दी।
तालीमी इजलास के मुख्य अतिथि मौलाना मोहम्मद अहमद बेग ने शिक्षा के महत्व और मौलाना अबुल कलाम आजाद के जीवन एवं उनकी सेवाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वह हिंदू मुस्लिम एकता व इल्म के प्रतीक थे।श्री बेग ने कहा कि देश,सोसाइटी व खानदान को ज्ञान आगे बढाता है, सभी शिक्षाविदों को ज्ञान ने ही आसमान की बुलंदियों तक पहुंचाया है।इसलिए देश के नौजवानों एवं छात्र-छात्राओं को मौलाना अबुल कलाम आजाद, सर सैयद अहमद खान व डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जैसे तमाम शिक्षाविदों के कारनामे व किताबें अवश्य पढ़ना चाहिए। इस कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि मौलाना डॉक्टर सुफियान अहमद अंसारी मौजूद थे। कार्यक्रम में मास्टर आरिफ अहमद, शादाब अंसारी, मोहम्मद अकरम एडवोकेट, मोहम्मद सलीम रूमी,डॉ अजीमुल्ला खान, अमर सिंह बिसेन, राकेश चंद श्रीवास्तव एडवोकेट, राशिद अंसारी एडवोकेट,मोहम्मद मशहूर इश्तियाक, रेशमा मैंम, जावेद अली, सभासद प्रतिनिधि मिर्जा शकील बेग,शफी अहमद, छब्बन भाई, इस्माइल व मुमताज अली आदि मौजूद थे।
मुशायरा बना यादगार—शेरों की बरसात में डूबा नाज़िरपुरा
मुशायरे की शुरुआत होते ही माहौल महक उठा।
रोहित शर्मा राहिल, योगेंद्र मिश्र योगी और अमर सिंह विशेन जैसे चर्चित कवियों ने ऐसा कलाम पेश किया कि रात भर श्रोताओं की तालियाँ थमती नहीं थीं।
कई शेरों पर “वाह—वाह” और “मुक़र्रर” की गूंज से पूरा इलाका झूम उठा।इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता एवं मकालानिगार सै० सगीर आबिद रिजवी ने मौलाना अबुल कलाम आजाद के जीवन एवं सेवाओं पर आधारित ऐसा लेख पढा जिसे सभी ने सराहा। इसके अलावा अन्जुम जैदी, मन्जूर बहराइची व साजिद बहराइची ने बेहतरीन कलाम पेश किये।
मुशायरा इस आयोजन की सबसे यादगार कड़ी के रूप में दर्ज हुआ।
पत्रकारों और समाजसेवियों का सम्मान—अंगवस्त्र और स्मृति चिह्न हुआ समर्पित
नाज़िरपुरा विकास मंच ने समाज में सक्रिय भूमिका निभाने वाले पत्रकारों, सामाजिक आजीवन कार्यकर्ताओं तथा युवाओं को विशेष रूप से सम्मानित किया।सम्मानित किए जाने वाले समाजसेवियों में मो० सलीम रूमी, डा० अजीमुल्ला खान, मो० अकरम एडवोकेट, मो० रशीद, डा० अनस जरार्ह,अमर सिंह विसेन, व राकेश चंद्र श्रीवास्तव वर रफी अहमद को स्मृति चिन्ह विशाल बैठकर सम्मानित किया गया इस अवसर पर फ्री मेडिकल कैंप व जिला संक्रामक नियंत्रण कक्ष प्रभारी आफाक अहमद व रोडवेज चौकी इंचार्ज श्री रवि यादव को भी सम्मानित किया गया। पत्रकारों में वरिष्ठ मान्यता प्राप्त पत्रकार डीपी श्रीवास्तव,आनन्द प्रकाश गुप्ता, अब्दुल कादिर,फराज अंसारी,बिन्नू बाबा, मोहम्मद अनवर खान व रियाज अहमद को
अंगवस्त्र ओढ़ाकर और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया।यह सम्मान इस बात का प्रतीक था कि समाज जागरूक और सकारात्मक योगदान देने वालों को सिर माथे बैठाता है।
नन्हे मुन्नों की प्रस्तुतियों ने जीता दिल—मुख्यातिथि ने किया सम्मानित
इस आयोजन की आत्मा थे वे नन्हे बच्चे, जिन्होंने पर्यावरण, महिला शिक्षा, स्वच्छता, तकनीक, और सामाजिक सौहार्द जैसे गंभीर विषयों पर अपनी प्रस्तुतियाँ दीं।
उनकी वाणी में सादगी थी, पर संदेश गहरा।
मुख्य अतिथि और अन्य विशिष्टजनों ने बच्चों को मंच पर बुलाकर सम्मानित किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
तालियों की गूंज बताती थी कि बच्चों की प्रस्तुति ने हर दिल को छू लिया।इस अवसर पर सेवंथ डे इंटर कॉलेज की छात्रा अल जफीरा नूर ने शिक्षाविद डॉक्टर कमर रहमान,सर सैयद इंटर कॉलेज की छात्रा,इशा खातून ने सर सैयद अहमद खान, मदरसा सुल्तान उलूम की छात्रा सदफ मोहम्मद सिराज ने मौलाना अबुल कलाम आजाद,हरमैन मॉडर्न जूनियर हाई स्कूल की छात्रा इफरा फिरदौस ने डॉक्टर जाकिर हुसैन,न्यू सादिक मोंटेसरी स्कूल की छात्रा अशरा आफताब ने ज्योतिबा फुले, मौलाना अबुल कलाम आजाद जूनियर हाई स्कूल के छात्र अतौर रहमान ने डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम,नूर चिल्ड्रन एकेडमी की छात्रा आयत प्रवेज ने फातिमा शेख और मदरसा इस्लामिया कुरानिया नाजिरपुरा की छात्रा अल्फिया अंसारी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। इसके अलावा एक दर्जन छोटे बच्चों ने भी अपनी प्रतिभा का बेहतरीन प्रदर्शन किया जिसको सभी ने सराहा।
फ्री मेडिकल कैम्प ने जीती बुज़ुर्गों की दुआएँ
नाज़िरपुरा विकास मंच और जिला स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से लगाया गया फ्री मेडिकल कैम्प कार्यक्रम का मानवीय चेहरा बनकर सामने आया।
70 वर्ष से अधिक आयु के बुज़ुर्गों के लिए आयुष्मान कार्ड, आँखों की जाँच, रक्तचाप परीक्षण और दवाओं के निःशुल्क वितरण की सुविधा दी गई।
सैंकड़ों लोग लाभान्वित हुए, और सबसे अहम—उनके चेहरों पर संतोष और सुरक्षा की चमक दिखाई दी।इस कैम्प में डा० अजीमुल्ला खान, डा० सै० जफर हुसैन व डा० मकबूल हैदर जाफरी के अलावा हाथों अब्दुल रहीम बंसीलाल उमेश अनुज वी हबीब का विशेष योगदान रहा।इस अवसर पर प्रभारी आफाक अहमद,कार्यक्रम संयोजक शादाब हुसैन एवं जावेद अली आदि उपस्थित थे।
जमील अहमद फारूकी एडवोकेट की अध्यक्षता—अनुभव व नेतृत्व का संतुलित मेल
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जमील अहमद फारूकी एडवोकेट ने पूरे आयोजन को गरिमा दी।
उनके मार्गदर्शन और संयमित नेतृत्व में कार्यक्रम सधी हुई गति से चला और हर अतिथि ने इसकी व्यवस्था की खुलकर सराहना की।
शादाब हुसैन की मेहनत रंग लाई—नाज़िरपुरा विकास मंच का बढ़ा कद
पत्रकार शादाब हुसैन के नेतृत्व और समर्पित प्रयासों ने इस कार्यक्रम को जिले की सुर्खियों में ला खड़ा किया।
उनकी योजनाबद्ध तैयारी, सामाजिक जुड़ाव और समन्वय की क्षमता ने यह साबित किया कि नजीरपुरा विकास मंच अब सिर्फ एक संगठन नहीं, बल्कि एक मजबूत सामाजिक शक्ति है।
नाज़िरपुरा ने दिया संदेश—शिक्षा, संस्कृति और सेवा ही विकास की असली नींव
इस ऐतिहासिक आयोजन ने यह साबित किया कि जब समाज एकजुट होकर शिक्षा, संस्कृति और सेवा को प्राथमिकता देता है, तो वह एक नई दिशा गढ़ता है नाज़िरपुरा की धरती ने इस दिन जो गूंज उठाई, वह सिर्फ एक दिन की नहीं, बल्कि आने वाले वर्षों तक प्रेरणा देती रहेगी।