भोपाल में कैफे पर नकाबपोशों का हमला : 20 से अधिक हमलावरों ने किया तोड़फोड़; ग्राहक सहमे

Update: 2025-11-19 06:27 GMT


डेस्क रिपोर्ट : विजय तिवारी

भोपाल

मिसरोद थाना क्षेत्र में मंगलवार शाम एक नए खुले कैफे पर हुए संगठित हमले ने स्थानीय लोगों को दहशत में डाल दिया। करीब शाम 7 बजे अचानक 20 से ज्यादा नकाबपोश युवक कैफे में घुसे और कुछ ही सेकंड में हथियारों से जमकर तोड़फोड़ मचाई। हमलावर तलवार, डंडे और लोहे की रॉड लिए हुए थे। घटना के दौरान मौजूद ग्राहक और कर्मचारी घबराकर बाहर की ओर भागे।

कुछ ही पलों में कैफे क्षतिग्रस्त

कैफे में लगे सीसीटीवी कैमरों में दिखा कि सभी हमलावरों ने चेहरे को तौलिया, गमछे और मास्क से ढक रखा था। अंदर घुसते ही उन्होंने—

काउंटर और कैश क्षेत्र पर हमला किया

ग्लास डिस्प्ले व मशीनें तोड़ीं

टेबल-कुर्सियाँ पलट दीं

कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और फर्नीचर क्षतिग्रस्त किए

तोड़फोड़ का यह दौर करीब 15–20 सेकंड चला। इस दौरान एक कर्मचारी घायल भी हुआ, जिसे प्राथमिक इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई।

हमले की वजह पर सस्पेंस

कैफे संचालक ने पुलिस को पाँच लोगों के नाम बताए हैं, हालांकि वे स्वयं भी हमले के वास्तविक कारण को लेकर स्पष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि कुछ चेहरे पहचाने गए, लेकिन घटना किस वजह से हुई, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है।

आसपास के दुकानदारों में डर

हमले के समय इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। कई दुकानदार बाहर निकलकर स्थिति देखते रहे और हमलावरों के जाने के बाद एहतियातन अपनी दुकानें बंद कर लीं। इसके बाद से पुलिस ने इलाके में गश्त बढ़ा दी।

पुलिस तीन एंगल से जांच में जुटी

पुलिस शुरुआती जांच में तीन संभावित कारणों पर फोकस कर रही है—

1. व्यक्तिगत रंजिश

क्या किसी पुराने विवाद का बदला लेने के लिए यह हमला किया गया?

2. उगाही या धमकाने की कोशिश

क्या कारोबारी दबदबा बनाने या धन उगाही की नीयत से दहशत फैलाई गई?

3. व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा

क्या कैफे के खुलने से किसी अन्य व्यवसाय को नुकसान का अंदेशा था?

जांच टीम सीसीटीवी फुटेज, आसपास लगे कैमरों की रिकॉर्डिंग, संदिग्ध वाहनों के नंबर और मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपियों की पहचान में जुटी है। कुछ वाहनों को चिन्हित करने की जानकारी भी सामने आई है।

सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल

घनी आबादी और व्यस्त बाजार वाले इस इलाके में हथियारबंद युवकों के खुलेआम हमला करने से स्थानीय सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। व्यापारियों और निवासियों ने पुलिस से लगातार पेट्रोलिंग और सख्त कार्रवाई की मांग की है।

Similar News