मुगलसराय हत्याकांड का खुलासा: संपत्ति विवाद में रची गई साजिश, मुख्य आरोपी सहित 13 गिरफ्तार
ब्यूरो रिपोर्ट/चंदौली...
चन्दौली। जनपद के थाना मुगलसराय क्षेत्र में 18 नवम्बर को हुए चर्चित रोहितास पाल हत्याकांड का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। स्वाट और सर्विलांस यूनिट की संयुक्त कार्रवाई में साजिशकर्ता गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने मुख्य आरोपी भानू जायसवाल सहित 13 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि शूटर की गिरफ्तारी के लिए नौ विशेष टीमें गठित की गई हैं।
घटना 18 नवम्बर की रात करीब 10:30 बजे की है। पॉपुलर मेडिकल स्टोर, जीटी रोड के संचालक रोहितास पाल उर्फ रोमी रोज की तरह दुकान बंद कर घर जाने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान एक अज्ञात युवक ने पीछे से उनके सिर में गोली मार दी। परिजन उन्हें आनन्द अस्पताल, मेटिस हॉस्पिटल और बीएचयू ट्रॉमा सेंटर ले गए, जहाँ उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। पुलिस ने मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।
300 सीसीटीवी फुटेज खंगालकर पहुँची पुलिस साजिशकर्ताओं तक
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर एसपी चन्दौली आदित्य लांगहे के नेतृत्व में स्वाट, सर्विलांस और मुगलसराय पुलिस की संयुक्त टीम बनाई गई। जांच के दौरान पुलिस ने करीब 300 से अधिक सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर मामले का खुलासा कर लिया।तीन मुख्य अभियुक्त ओमप्रकाश जायसवाल,मनोज कुमार जायसवाल,भानू जायसवाल को गिरफ्तार कर लिया गया।
इनके अलावा कुल 13 लोग साजिश में शामिल पाए गए, जिनकी गिरफ्तारी की पुष्टि पुलिस ने की है।
साजिश की वजह: कन्हैया टॉकीज की जमीन का विवाद
पूछताछ में सामने आया कि हत्या की जड़ कन्हैया टॉकीज की पैतृक संपत्ति से जुड़ा विवाद था। मृतक रोहितास पाल इस संपत्ति के कथित फर्जी बैनामे का विरोध कर रहे थे। आरोप है कि भानू जायसवाल ने मृतक के परिजनों की कुछ महिला रिश्तेदारों के माध्यम से जमीन कम कीमत पर खरीद ली थी, लेकिन रोहितास इसके कब्जे का लगातार विरोध कर रहे थे।
रोहितास ने बैनामा रद्द कराने के लिए न्यायालय में मुकदमा संख्या 553 दायर किया था। दबाव बनाने, धमकाने और अनेक प्रयासों के बावजूद कब्जा न मिलने पर अभियुक्तों ने उन्हें रास्ते से हटाने की साजिश रची।मुख्य अभियुक्त भानू जायसवाल के खिलाफ पहले से धोखाधड़ी, वसूली और आबकारी अधिनियम के मुकदमे दर्ज हैं। अन्य अभियुक्त भी हत्या के इस मुकदमे में नामजद किए गए हैं।
प्रभारी निरीक्षक गगनराज सिंह, स्वाट प्रभारी उपनिरीक्षक आशीष मिश्रा, अपराध निरीक्षक चन्द्रकेश शर्मा, उपनिरीक्षक अजय कुमार, मनोज तिवारी, अभिषेक शुक्ला, हेड कांस्टेबल सहजानन्द चौधरी, तथा कांस्टेबल मोहन सैनी इस खुलासे में प्रमुख रूप से शामिल रहे।एसपी ने बताया कि शूटर की गिरफ्तारी के लिए नौ अलग-अलग टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।