उद्यमिता बढ़ाने को योगी सरकार का फोकस, मंत्री राकेश सचान ने योजनाओं की समीक्षा की
लखनऊ, 24 नवम्बर 2025
खादी एवं ग्रामोद्योग तथा MSME विभाग के मंत्री राकेश सचान ने सोमवार को खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड मुख्यालय में विभागीय योजनाओं की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में रोजगारपरक योजनाओं के माध्यम से लाभार्थियों की आय में लगातार वृद्धि हो रही है और उद्यमिता को गति देने के लिए व्यापक रणनीति लागू की जा रही है।
बैठक में उन्होंने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के प्रभावी क्रियान्वयन पर विशेष जोर देते हुए निर्देश दिया कि प्रशिक्षण प्राप्त हर लाभार्थी को समय पर टूलकिट उपलब्ध कराई जाए। साथ ही प्रशिक्षण की गुणवत्ता का नियमित मूल्यांकन तथा जनप्रतिनिधियों की सहभागिता बढ़ाने पर बल दिया, ताकि अधिक से अधिक पारंपरिक शिल्पियों तक योजना का लाभ पहुँच सके।
खादी कंबल वितरण की समीक्षा के दौरान मंत्री सचान ने कंबलों की गुणवत्ता, खरीद प्रक्रिया और वितरण प्रणाली को और सुदृढ़ करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए जाएं कि सरकारी वितरण में उपयोग होने वाले कंबल निर्धारित हैंडलूम मानकों के अनुरूप हों और वितरण प्रक्रिया की कड़ी मॉनिटरिंग की जाए। मानकों से इतर कंबल सप्लाई करने वाली संस्थाओं पर सख्त कार्रवाई के भी निर्देश दिए गए। इसके साथ ही कंबलों को आधुनिक मांग के अनुरूप रूपांतरित करने और बड़े स्तर पर वितरण सुनिश्चित करने पर बल दिया गया।
मंत्री ने विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना और मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना को और आकर्षक बनाने के लिए प्रस्तावों को शासन स्तर पर जल्द स्वीकृति दिलाई जाए। इसके अलावा मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान में प्रदेश खादी बोर्ड को 20 प्रतिशत लक्ष्य प्रदान करने के प्रस्ताव को शासन को भेजने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि योगी सरकार की प्राथमिकता उद्यमिता आधारित आर्थिक सशक्तिकरण है। इसलिए योजनाओं का लाभ पारदर्शी तरीके से पात्र लोगों तक पहुँचे और हर जिले में आजीविका के संसाधन बढ़ें, यह सुनिश्चित करना अधिकारियों की प्राथमिक जिम्मेदारी है। सभी निर्णयों के समयबद्ध अनुपालन और नियमित प्रगति रिपोर्ट शासन को भेजने के निर्देश दिए गए।
खादी महोत्सव की समीक्षा के दौरान मंत्री ने कहा कि महोत्सव में मौजूद खाली स्थानों को नए उद्यमियों को आवंटित किया जाए, ताकि उन्हें अपने उत्पादों के प्रदर्शन और बिक्री का बेहतर अवसर मिल सके। इसके साथ ही महोत्सव की नियमित निगरानी और अन्य गतिविधियों को सक्रिय रखने पर बल दिया गया, ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें।