दिल्ली ब्लास्ट के बाद उत्तर प्रदेश में सुरक्षा कड़ी, लखनऊ में कर्मचारियों की आईडी वेरिफिकेशन तेज
रिपोर्ट : विजय तिवारी
दिल्ली में हुए ब्लास्ट के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सतर्कता के स्तर को बढ़ा दिया है। गृह विभाग की ओर से जिलाधिकारियों, पुलिस कप्तानों और इंटेलिजेंस यूनिट्स को हाई अलर्ट पर काम करने के निर्देश जारी किए गए हैं। रेलवे स्टेशन, बस अड्डे, मॉल, प्रमुख बाजार और सरकारी कार्यालयों के आसपास सुरक्षा चेकिंग बढ़ाई गई है।
इसी क्रम में लखनऊ नगर निगम ने अपने संवेदनशील विभागों में लगे कर्मचारियों की व्यापक पहचान जांच का विशेष अभियान शुरू किया है। अभियान का फोकस यह सुनिश्चित करना है कि नगर निगम में काम कर रहा कोई भी कर्मचारी बिना सही दस्तावेज, फर्जी पहचान या संदिग्ध राष्ट्रीयता के आधार पर तैनात न हो।
नगर निगम अधिकारियों के अनुसार, पिछले कुछ महीनों में बाहरी राज्यों और सीमावर्ती क्षेत्रों से आने वाले श्रमिकों की संख्या बढ़ी है, जिसके चलते विभाग ने आईडी वेरिफिकेशन को अनिवार्य कर दिया है।
अभियान के तहत प्रत्येक सफाई कर्मचारी से—
आधार कार्ड
श्रमिक कार्ड
स्थायी पता
नियुक्ति व ठेका कंपनी से जुड़े दस्तावेज
—की जांच की जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि खासतौर पर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी भी वार्ड में बांग्लादेशी या रोहिंग्या नागरिक फर्जी पहचान पत्र का इस्तेमाल कर नौकरी पर न हों, क्योंकि दिल्ली ब्लास्ट के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने संभावित घुसपैठ और फर्जी पहचान को जोखिम की श्रेणी में रखा है।
नगर निगम ने सभी जोनल अधिकारियों को आदेश दिया है कि जिन कर्मचारियों के दस्तावेज संदिग्ध पाए जाएँ, उनकी जानकारी तुरंत पुलिस को भेजी जाए और सत्यापन पूरा होने तक उन्हें जिम्मेदार पद पर न लगाया जाए।
सुरक्षा एजेंसियों ने भी अपनी गतिविधियाँ तेज कर दी हैं। शहर में एटीएस, स्पेशल टास्क फोर्स और लोकल इंटेलिजेंस यूनिट के संयुक्त दल मार्केट, धार्मिक स्थलों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सघन जांच कर रहे हैं।
उधर, आम जनता से अपील की गई है कि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति, असामान्य गतिविधि या बिना पहचान वाले श्रमिकों की जानकारी तुरंत प्रशासन को दें।
राज्य सरकार ने कहा है कि सुरक्षा उपायों के कारण किसी भी सेवा पर असर नहीं पड़ेगा, लेकिन चेकिंग और वेरिफिकेशन के चलते कुछ जगह सामान्य से अधिक सतर्कता देखी जाएगी।