स्व. पालेन्द्र सिंह पहलवान स्मृति दंगल संपन्न, अंतिम मुकाबला रहा रोमांचक
राया (तुलसीराम)। नगला भीमा तिरवाया गांव में स्व. पालेन्द्र सिंह पहलवान की स्मृति में भव्य कुश्ती दंगल का आयोजन किया गया, जिसमें दूर-दूर से आए नामी पहलवानों ने दांव-पेंच दिखाए। दंगल का मुख्य आकर्षण रहा अंतिम मुकाबला, जो आगरा के श्यामवीर और अकोला के कुलदीप फौजी के बीच खेला गया। कड़े संघर्ष और रोमांचक पहलवानी के बाद यह मुकाबला बराबरी पर समाप्त हुआ।
दंगल का शुभारंभ ब्रज प्रेस क्लब के अध्यक्ष एवं नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स इंडिया के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. कमलकांत उपमन्यु एडवोकेट ने दोनों पहलवानों का हाथ मिलवाकर किया। उन्होंने कहा कि स्व. पालेन्द्र सिंह ने कुश्ती के माध्यम से क्षेत्र का नाम ऊँचा किया था। पहलवानों का जीवन त्याग और तपस्या से भरा होता है, इसलिए सरकार को चाहिए कि वह खिलाड़ियों को अधिक सुविधाएँ प्रदान करे।
उन्होंने यह भी कहा कि मल्ल विद्या ब्रज की पहचान है, जिसकी परंपरा दाऊजी महाराज के समय से चली आ रही है। इसे जीवंत बनाए रखना हर बृजवासी का दायित्व है।
एमएलसी योगेश नौहवार ने कहा कि कुश्ती दंगल ब्रज की प्राचीन सांस्कृतिक धरोहर है और ऐसे आयोजनों से नई प्रतिभाओं को आगे आने का अवसर मिलता है।
दंगल में अजित पहलवान विसावली और मोहित पहलवान मंशादेवी ने अपने-अपने प्रतिद्वंद्वियों को हराकर जीत हासिल की। वहीं कई मुकाबले बराबरी पर छूटे, जिनमें मनीष पहलवान सारस बनाम हर्ष पहलवान, हनी पहलवान रोहतक बनाम विश्वजीत विचपुरी तथा साबिर पहलवान पलवल बनाम सचिन पहलवान तिरवाया के बीच की कुश्तियाँ प्रमुख रहीं।
समापन समारोह में असिस्टेंट कमिश्नर सेल टैक्स चंद्रपाल सिंह पुनिया एडवोकेट, पुष्पेंद्र शर्मा, रामहरि प्रधान, मुकेश प्रधान, अजित पहलवान, विपिन पहलवान, रन सिंह, कमल अग्रवाल, हरेंद्र चौधरी, पप्पू प्रधान, दिगंबर सिंह सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
दंगल संयोजक केहरी सिंह ने सभी अतिथियों एवं दर्शकों का आभार व्यक्त किया।