बिहार चुनाव 2025 : अमित शाह का पूर्णिया में शक्ति प्रदर्शन, योगी आदित्यनाथ की रक्सौल में हुंकार — चिराग पासवान बोले, “एनडीए बनाएगी सरकार”
डेस्क रिपोर्ट : विजय तिवारी
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण से पहले शुक्रवार को पूरे राज्य का राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। सत्तारूढ़ एनडीए और विपक्षी महागठबंधन, दोनों ही गठबंधन मतदाताओं को साधने की अंतिम कोशिश में जुटे हुए हैं। आज का दिन राजनीतिक दृष्टि से बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि एक ओर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पूर्वी बिहार के पूर्णिया में भव्य रोड शो करने वाले हैं, वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सीमावर्ती क्षेत्र रक्सौल में विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे।
अमित शाह का सीमांचल दौरा
अमित शाह का यह रोड शो भाजपा की चुनावी रणनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा है। पार्टी इस कार्यक्रम को सीमांचल क्षेत्र में जनसमर्थन जुटाने की दृष्टि से बेहद अहम मान रही है। सुबह से ही पूर्णिया की सड़कों पर समर्थकों का भारी जमावड़ा देखा जा रहा है। पूरे मार्ग को भगवा रंग से सजाया गया है, वहीं सुरक्षा एजेंसियों ने तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया है। शाह अपने संबोधन में केंद्र की उपलब्धियों और बिहार के विकास के लिए एनडीए की योजनाओं को जनता के सामने रखेंगे।
योगी की रक्सौल में जनसभा
वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रक्सौल में जनसभा को लेकर भी जोरदार तैयारियाँ की गई हैं। योगी अपने आक्रामक तेवर और सटीक भाषण शैली के लिए जाने जाते हैं। वे यहां विपक्ष पर सीधे प्रहार करते हुए यह संदेश देने की कोशिश करेंगे कि एनडीए ही स्थिर और विकासोन्मुख सरकार देने में सक्षम है। उन्होंने हाल के भाषणों में ‘बुर्का वोटिंग’ और ‘माफिया राजनीति’ जैसे मुद्दों को भी उठाया है, जिससे एनडीए के समर्थक वर्ग में जोश देखा जा रहा है।
चिराग पासवान का दावा
लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने आज एक बयान में कहा कि बिहार की जनता अब बदलाव नहीं, स्थिरता चाहती है और एनडीए को ही अपना जनादेश देगी। उन्होंने कहा कि पहले चरण के मतदान में जनता ने रिकॉर्ड संख्या में मतदान कर विकास और नेतृत्व के पक्ष में अपना मन बना लिया है।
विपक्ष का पलटवार
दूसरी ओर महागठबंधन के नेताओं का कहना है कि जनता अब झूठे वादों से तंग आ चुकी है और इस बार बेरोजगारी, महंगाई और कानून-व्यवस्था जैसे मुद्दे तय करेंगे कि सत्ता किसके हाथ में जाएगी। राजद नेता तेजस्वी यादव ने अपने हालिया भाषण में एनडीए पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है।
राजनीतिक माहौल और मतदान रुझान
पहले चरण में करीब 64% से अधिक मतदान दर्ज किया गया, जिसमें महिलाओं की भागीदारी उल्लेखनीय रही। यह आंकड़ा राजनीतिक दलों के लिए उत्साहजनक संकेत माना जा रहा है। दूसरे चरण के चुनाव से पहले सीमांचल, मिथिलांचल और उत्तर बिहार के जिलों में जनसभाओं की रफ्तार तेज है। एनडीए विकास और राष्ट्रीय सुरक्षा को मुद्दा बना रहा है, जबकि विपक्ष बेरोजगारी और महंगाई पर केंद्रित है।
बिहार में अब चुनावी शोर अपने चरम पर है। रोड शो, रैलियाँ, घोषणाएँ और आरोप-प्रत्यारोप के बीच मतदाता का मन अभी भी अंतिम निर्णय की ओर बढ़ रहा है। दूसरे चरण का मतदान तय करेगा कि जनता विकास की राजनीति को चुनती है या बदलाव की मांग को आगे बढ़ाती है।