जौनपुर के युवाओं ने ऑटोमेटिक सैनेटाइजिंग मशीन का निर्माण किया, देखकर अधिकारी भी हैरान रह गए

Update: 2020-04-09 14:57 GMT

जौनपुर.  शाहगंज में आटोमेटिक सैनेटाइजिंग मशीन पहुंच गई है. एसडीएम आरके वर्मा ने फीता काटकर शेल्टर होम में इसका उद्घाटन किया. कस्बे के रहने वाले युवाओं ने कोरोना वायरस (COVID-19) से चल रही लड़ाई में अपना योगदान देने के लिए एक ऑटोमेटिक सैनेटाइजिंग मशीन का निर्माण किया है. सैनेटाइजिंग मशीन को देखकर अधिकारी भी हैरान रह गए. इस मशीन को रईस खान ने अपनी टीम के साथ शाहगंज के सबरहद गांव स्थित शेल्टर होम में डॉक्टरों, पुलिस और मरीजों की जांच के लिए बनाया है. मशीन का परीक्षण करने के बाद प्रशासन ने शेल्टर होम में इसे अपने इस्तेमाल के लिए ले लिया है.

शाहगंज के रहने वाले समाजसेवी रईस खान ने यूट्यूब पर इटली में एक ऑटोमेटिक सैनेटाइजिंग मशीन देखी. वह कहते हैं कि इसके बाद इसे बनाने का ख्याल आया. रईस खान ने इसके बाद जी-तोड़ मेहनत कर मात्र 24 घंटे में ही ये फुल बॉडी ऑटोमेटिक सैनेटाइजिंग मशीन तैयार कर डाली.

3 सेकेंड में कर देती है काम पूरा  

वह कहते हैं कि इस सैनेटाइजिंग मशीन की खासियत यह है कि इसके अंदर पैर रखते ही 5 अलग-अलग एंगल से व्यक्ति पर सैनेटाइजिंग केमिकल की फुहारें गिरती हैं. यह मशीन मात्र 3 सेकंड में शख्स को पूरी तरह से सेनीटाइज कर देती है. यही नहीं जैसे ही अंदर मौजूद व्यक्ति मशीन से बाहर निकलता है, मशीन अपने-आप बंद भी हो जाती है.

एडीएम बोले- लोगों को सैनिटाइज करने में आसानी होगी

मामले में एसडीएम शाहगंज, राजेश वर्मा कहते हैं कि शाहगंज के सबरहद गांव स्थित शेल्टर होम में इस सैनिटाइजर मशीन को लगाया गया है. रईस ने हमसे पूछा था कि इसे कहां लगाया जाए? चूंकि यहां 94 लोग हैं और सबसे ज्यादा संवेदनशील यही जगह है, लिहाजा हमने इस मशीन को यहां लगाने की सलाह दी. ये अच्छी बात है कि इस मशीन से लोगों को सैनिटाइज करने में आसानी होगी.

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