टेप में शामिल नन्हें राम निषाद को लाने के लिए दिए निर्देश
सुल्तानपुर: सुल्तानपुर से पड़ोसी जनपद जाते समय पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पांडे बाबा स्थित शंकर गढ़ बाज़ार रुके तो जयकारे के बीच कार्यकर्ता उनके एक सवाल पर अचरज में पड़ गए।काफिला रुकते ही अचानक से अखिलेश यादव ने मौजूद नेताओ से नन्हे राम निषाद का घर का पता पूछ लिया।सपा की झंडी नीचे कर कार्यकर्ता चकरघिन्नी खा कर उल्टे सपा सुप्रीमों पूछने लगे कौन नन्हे राम?
तब उन्होंने सधे लफ्जों में कहा कि जिसमें यहाँ के विधायक का निषादराज को धमकी देते हुए ऑडियो वायरल हुआ था?
वहां मौजूद पूर्व ब्लॉक प्रमुख डॉ श्रवण यादव को प्रकरण समझते देर न लगी।पूर्व प्रमुख ने कहा "हाँ-मालूम है सर"
वो थोड़ी दूर के ही गोपिनाथपुर गावँ के रहने वाले हैं।
तब सपा सुप्रीमों ने पूछा कितनी दूर है ? उनके घर मैं चलना चाहता हूं।
तब लोगों ने बताया की नन्हे राम निषाद का घर यहां से आठ किलोमीटर दूर है।
इस पर अखिलेश यादव ने कहा घर दूर है, नही तो चलता।
तभी उन्होंने वहाँ मौजूद पूर्व जिलाध्यक्ष (प्रो राम सहाय यादव)से कहा की -मैं आज़मगढ़ से लौटूंगा-उनको (नन्हे राम निषाद)घर से ले आइए और शाम तक यहीं मिलिए।
यह कहकर चेहरे पर गंभीरता लिए पूर्व सीएम अखिलेश यादव काफिले के साथ आगे निकल गए।
सन्देश पाकर आनन-फानन में पूर्व ब्लॉक प्रमुख श्रवण यादव कार्यकर्ता नन्हे राम निषाद को लाने उनके घर वाहनों से निकल गए।
अपने घर मौजूद निषाद राज को जब बताया गया कि सपा सुप्रीमों खुद उनसे मिलना चाहते हैं यह सुनकर श्री निषाद भावुक हो गए।वह झट सिर पर लाल टोपी पहनकर तैयार हो गए और दियरा बाज़ार कार्यकर्ताओं संग पहुँच गए।देर शाम लौटे वक्त पूर्व मुख्यमंत्री ने पार्टी कार्यकर्ता को मंच पर बुलाकर गले लगाया, और पीट ठोकते हुए हौसलाअफजाई करते हुए उनके साथ हर समय खड़े होने का भरोसा दिलाया।उन्होंने हालचाल पूछ कर पूर्व जिलाध्यक्ष प्रो राम सहाय यादव को निर्देशित करते हुए कहा कि नन्हे राम निषाद को लखनऊ लेकर आइए साथ ही जोड़ा की इनको किसी प्रकार की धमकी से डरने की जरूरत नही।पार्टी इनके हर सुख दुःख में साथ रहेगी।उन्होंने मौजूद भीड़ की ओर नन्हे राम निषाद का चेहरा कर पीठ ठोकी और संघर्ष के राह पर चलने की बात कही।
क्या था ऑडियो?
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दरअसल बीते चुनाव के दौरान 3-4 मिनट का ऑडियो वायरल हुआ था जो लंभुआ के विधायक देव मणि दूबे और नन्हे राम निषाद के बीच बातचीत के अंश थे।उस धमकी भरे ऑडियो ने खूब सुर्खियां बटोरी थी।आज अचानक से पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के दियरा बाजार में चर्चा करने पर वहाँ मौजूद कार्यकर्ता भी हरप्रभ हो गए थे।