सरस्वती के वरद पुत्र निराला का जन्मोत्सव आज

Update: 2020-01-30 02:27 GMT

सुमित यादव ....

उन्नाव हिंदी साहित्य के ध्रुव सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला'जी का 123वा जन्मोत्सव श्रद्धा और उल्लास के साथ आज बसंतपंचमी को उनके पैतृक गांव गढकोला में मनाया जायेगा।अपनी कलम से हिंदी साहित्य को शिखर तक ले जाने का श्रेय निराला जी को जाता है।उनकी गरीबी ने उनके जज्बे को कभी कम नहीं होने दिया और वो निरंतर माँ सरस्वती की सेवा करते रहे।

अपने वास्तविक जन्मदिन को अस्वीकार कर निराला ने प्रकति के सबसे खूबसूरत दिन बसंत पंचमी को अपना जन्मदिन घोषित कर दिया।

उत्तर प्रदेश सरकार ने विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित जी के प्रस्ताव पर गढकोला में 15 करोड़ रुपये की लागत से पुस्तकालय, पार्क,व अन्य स्थलों का सौंदर्यीकरण हो रहा है।

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