अंतरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय का संगोष्ठी के साथ ही मनाया गया प्रथम स्थापना दिवस
वासुदेव यादव
अयोध्या। अंतर्राष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय सरयू तट अयोध्या के प्रेक्षागृह में संग्रहालय के स्थापना दिवस के उपलक्ष में एक समारोह व संगोष्टी आयोजित किया गया।
समारोह की अध्यक्षता जनता अवध उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तुलसीनगर अयोध्या के प्रधानाचार्य वीरविक्रमादित्य सिंह ने की।
इस समारोह का शुभारंभ मां सरस्वती जी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित करके विशिष्ट अतिथि एवं का,सु, साकेत स्नातकोत्तर महाविद्यालय अयोध्या के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ जनार्दन उपाध्याय एवं मुख्य अतिथि राजा मनूचा गर्ल्स पी, जी कॉलेज फैजाबाद की इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ प्रज्ञा मिश्रा ने संयुक्त रूप से किया।इस अवसर पर रामकथा संग्रहालय के उपनिदेशक डॉ योगेश कुमार यादव ने अध्यक्ष, मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि को माल्यार्पण करके उनका स्वागत किया। जनता अवध उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्र - छात्राओं ने मां सरस्वती जी की वंदना तथा आगंतुकों के प्रति स्वागत गान प्रस्तुत किया।
इसअवसर पर विद्यालय के स्काउट छात्रों ने देशभक्ति से ओतप्रोत एक्शन सांग प्रस्तुत किये। स्थापना दिवस समारोह में राजा मनूचा गर्ल्स पीजी कॉलेज तथा झुनझुनवाला डिग्री कॉलेज के विद्यार्थियों ने संग्रहालय के महत्व पर अपने विचार व्यक्त किए। उन सभी छात्र- छात्राओं को संग्रहालय कीओर से प्रमाण पत्र दिए गए। समारोह की मुख्य अतिथि राजा मनूचा गर्ल्स पी जी कॉलेज फैजाबाद की इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ प्रज्ञा मिश्रा ने "संग्रहालय : संस्कृति के पर्याय" विषय पर अपना सारगर्भित व्याख्यान दिया। उन्होंने अपने व्याख्यान के माध्यम से विभिन्न संग्रहालयों की चर्चा करते हुए इनके महत्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि संग्रहालय हमारी संस्कृति, पर्यावरण और हमारी पौराणिक, पुरातात्विक धरोहरों के संरक्षक हैं। इन संग्रहालयों का मानव जीवन के लिए विशेष महत्व है।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि क डॉक्टर जनार्दन उपाध्याय ने भी संग्रहालयों की आवश्यकता और उनके महत्व पर विस्तृत प्रकाश डाला।अपनेअध्यक्षीय भाषण में प्रधानाचार्य वीर विक्रमादित्य सिंह ने प्रेक्षागृह में उपस्थित लोगों से देश के विभिन्न संग्रहालयों का भ्रमण करने व उनमें संग्रहित वस्तुओं से ज्ञानवर्धन करने की अपील की । स्थापना दिवस समारोह का संचालन रामदयाल तिवारी ने किया। समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
इस अवसर पर हनुमान प्रसाद मिश्रा, सम्पूर्णानन्द बाजपेई "बागी", पत्रकार वासुदेव यादव ,शिक्षक शिक्षिकाएं एवं अंतर्राष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय के वरिष्ठ सहायक मनीराम, वीथिका सहायक अनुपमा सिंह शिव गोविंद सहित सभी कर्मचारी और भारी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।