चोलापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को कागज पर कायाकल्प अवार्ड, वास्तविक हालत बदहाल
वाराणसी/चोलापुर :
वाराणसी जिले मे प्रथम स्थान प्राप्त करने वाला चोलापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कि वास्तविक हालत अत्यंत दयनीय है। जहां स्वास्थ्य केंद्र के बाहर से उसकी चमक दमक देखकर जांच कमेटी ने उसे जिले में प्रथम स्थान दे दिया वही स्वास्थ्य केंद्र के भीतर मूलभूत सुविधाओं का उड़ता अभाव दिखाई दे रहा है। मौके पर अस्पताल में बने महिला वार्ड मे पुरुष और पुरुष वार्ड महिला भर्ती पाए गये इस बारे में चोलापुर स्वास्थ्य अधीक्षक आर बी यादव का कहना है कि जो कमी है जल्द दूर किया जायेगा
अस्पताल से कफ सीरप तक गायब
बदलते मौसम के दौर में खांसी जुखाम बुखार होना आम बात है ऐसी परिस्थिति में अस्पताल में खांसी का सिरप तक ना होना अस्पताल की व्यवस्था को मुंह चिढ़ा रहा है। सांस संबंधी रोगों के मरीजों, (खासी, बलगम) रोगों से पीड़ित व्यक्तिओ को पर्ची थमा बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है, और मरीजों से बता दिया जाता है कि आजकल कफ सीरप नहीं आ रहा है।
चोलापुर हॉस्पिटल मे स्ट्रीट लाइट सिर्फ दिखाने के लिए अधिकांश बिगड़ी अवस्था मे अंधेरा होते ही बहुत कम रौशनी मे दिखता है हॉस्पिटल का परिसर
अल्ट्रासाउंड के नाम पर कमीशन का गोरखधंधा जोरों पर
चोलापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर क्षेत्र के गर्भवती महिलाओं के जांच व प्रसव हेतु पहुंचने वाले मरीजों की संख्या काफी है। अस्पताल के भीतर निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर के एजेंट बराबर घूमते रहते हैं तथा अस्पताल में तैनात चिकित्सक द्वारा एक छोटी पर्ची पर लिखकर उक्त एजेंट की तरफ इशारा कर मरीजों को स्थानीय बाजार स्थित अल्ट्रासाउंड सेंटर में भेज दिया जाता है जहां से मोटा कमीशन चिकित्सकों तक पहुंचता है।
हॉस्पिटल मे गोरख धंधा चालू
चोलापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जन्म प्रमाण पत्र देने के नाम पर 500से 800रूपये कि होती है वसूली वही सुविधा शुल्क लेकर दूसरे ब्लॉक का भी जन्म प्रमाण पत्र बनवाया जाता है इन कार्यों के लिए बखूबी एजेंट हॉस्पिटल मे घूमते नजर आते है चोलापुर हॉस्पिटल मे डिलेवरी करवाने के नाम पे 1000से 2000तक होती है वसूली बिरोध करने पर रजिस्टर फाड़ फ़साने कि धमकी दी जाती है ऐसा ग्रामीणों का कहना है, हॉस्पिटल मे पत्रकारों को फोटो लेने व अंदर पहुँच न्यूज़ उठाने को मनहायी होती है।
रिपोर्टर:-दीपक कुमार सिंह वाराणसी