हरे भरे पेड़ो की कटान का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा

Update: 2018-12-08 11:32 GMT

ईसानगर खीरी।रिपोर्ट :-एकलव्य पाठक

उत्तर खीरी वन प्रभाग रेंज धौरहरा में हरे भरे पेड़ो को तहस नहस करके का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। देश के महत्त्वपूर्ण पर्यावरण बचाओ अभियान को भी वन कर्मचारियों ने लकड़ी माफ़िया के दबाव में आकर ताक पर रख दिया है।यही नहीं मुख्यमंत्री के आदेश पर प्रदेश में एक तरफ करोङो पेड़ों को एक साथ लगवाकर गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड में नाम दर्ज कराकर जहां वाहवाही लूटी जा रही है। वहीं धौरहरा रेंज के जिम्मेदारों ने इस रिकॉर्ड को तोड़ने का कार्य शुरू करवाते हुए लकड़ी माफ़िया के हांथ में क्षेत्र की कमान दे दी है।जो जब चाहे,जहां चाहे वहीं बेख़ौफ़ होकर हरे भरे पेड़ों को कटवाकर करोङो की कमाई में मस्त नजर आते है।जिसका कुछ अंश वनविभाग के जिम्मेदारों लेकर अपना मुँह बन्द कर लेते है।

ऐसा ही नज़ारा देखना धौरहरा क्षेत्र में आम बात हो गई है।यही नहीं ईसानगर क्षेत्र में देखने को मिला जहां क्षेत्र में हो रहे लगातार हरे भरे पेड़ों के कटान को आगे बढ़ाते हुए महरिया,बेहटा, मटेरिया व अल्लीपुर,समर्दा,बरारी,ढेबर आदि क्षेत्र में प्रतिदिन हजारों की संख्या में हरे भरे पेड़ों को काटने का सिलसिला चलाया जा रहा है।जिसकी सूचना जब ग्रामीणो एवं पर्यावरण बचाओ अभियान से जुड़े व्यक्ति वन विभाग के जिम्मेदारों को सूचना देते है तो सूचना देने के बाद भी कोई कार्यवाही तो नहीं होती उल्टे शिकायतकर्ता को लकड़ी माफ़िया धमकाने का कार्य जरूर शुरू कर देते है।इस बाबत जब जिले पर बैठे वन विभाग के आलाधिकारी को कटान की जानकारी दी जाती है तो भी उक्त कटान पर कोई असर नहीं पड़ता हाँ शिकायतों के बाद मोटी रकम के लेनदेन के बाद लीपापोती जरूर शुरू हो जाती है।इससे क्षेत्र में यह जरूर पता चलता है कि वन माफ़िया विभाग पर कितना हावी हो चुका है।जिसके दबाव में आकर आख़िरकार वन कर्मचारियों को उसके आगे झुकना ही पड़ता है।फ़िलहाल कुछ भी हो मगर क्षेत्र में इसी तरह हरे भरे पेड़ों का कटान जारी रहा तो ओ दिन दूर नहीं होंगे जब प्रदेश में सबसे प्रदूषित क्षेत्रों में धौरहरा का नाम भी होगा।

Similar News