लखनऊ, । डीजीपी ऑफिस के पास खुलेआम गुंडई करने वालों के खिलाफ गुरुवार को हजरतगंज कोतवाली में एफआइआर दर्ज की गई। पीडि़त के बयान के आधार पर आरोपितों की शिनाख्त हो गई है। सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्र का कहना है कि आरोपितों की तलाश में दबिश दी गई है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
डीजीपी कार्यालय के पास दो पक्षों में बुधवार को विवाद हो गया था। इसके बाद दोनों पक्ष वाइएमसीए बिल्डिंग के बाहर पहुंचे थे, जहां आरोपितों ने असलहा लेकर कार सवार युवकों को दौड़ा लिया और उनकी गाड़ी में तोडफ़ोड़ कर दी थी। छानबीन में पता चला कि रवींद्र नगर, पीजीआइ क्षेत्र निवासी पवन सिंह अपने दोस्त हितेश से मिलने हजरतगंज आए थे। वाइएमसीए बिल्डिंग के पास हितेश के साथ उनका दोस्त सुमित भी था। सभी हितेश की गाड़ी में ही बैठकर बातचीत कर रहे थे।
सीओ के मुताबिक, हितेश को डालीबाग निवासी विवेक भदौरिया ने फोन किया और वाइएमसीए बिल्डिंग के बाहर पहुंच गया। पवन का आरोप है कि विवेक नशे में धुत था। पवन ने जब उससे प्लॉट खरीदने के बारे में राय मांगी तो वह नाराज हो गया और गाली देने लगा। विरोध पर आरोपित ने अपने दोस्तों को फोन कर बुला लिया। इसके बाद विवेक ने पवन पर पिस्टल तान दी और उसकी पिटाई कर दी। मौका पाकर पवन, सुमित और हितेश वहां पर गाड़ी छोड़कर भाग निकले। इस बीच आरोपितों ने दोनों कार के शीशे तोड़ डाले और फरार हो गए। पुलिस के मुताबिक विवेक ने अपने दोस्त हिमांशु और एक अन्य साथी को बुलाया था। आरोपितों की तलाश जारी है।
वारदात के बाद हरकत में आई पुलिस
तोडफ़ोड़ और हंगामे के बाद हरकत में आई पुलिस ने गुरुवार को राणा प्रताप मार्ग पर अतिक्रमण हटवाया। इंस्पेक्टर राधा रमण सिंह ने पीएसी के साथ पैदल गस्त कर सड़क पर लगी दुकानें हटवाईं और दुकानदारों को चेतावनी दी।