केंद्र सरकार के जल परिवहन पर खूब खरी खरी
अखिलेश यादव ने कहा कि केंद्र ने जल परिवहन को लेकर जहाज वाराणसी भेजा था. अगर हम कानून का पालन करते तो जो पानी का जहाज आया था वह वहा से हट नहीं सकता था. यह जहाज बीजेपी के लोग ले आये और गंगा में खडा कर दिया और कई दिन तक खड़ा रहा, अगर हम कानून को मानते तो शायद वह पानी का जहाज वहां से नहीं निकल सकता था. मैंने केंद्र सरकार के लोगों से कहा कि कुछ आप आंख बंद कर लो और कानून के लिए हम कुछ आंख बंद कर लेते है और जब कानून के लिए हमने आंख बंद करी तभी जाकर शायद वह जहाज वहां से निकल पाया नहीं तो वह वहीं का वहीं रुका होता.
अखिलेश यादव ने केंद्र की मोदी सरकार को आभास करते हुए कहा कि अगर कानून का पालन हो जाता तो वह जहाज वहा से नहीं निकल पाता. यही मै कहना चाहता हूं. बहुत सी चीज राजनीति में होती है. गाजीपुर से अपने संबोधन में अखिलेश ने मोदी सरकार को अपनी ताकत का एहसास कराया और एहशान जताते हुए राजनीति में ऐसी चीजे होती है यह कहकर केन्द्र से नरम रुख अपनाने का इशारा किया.
बीजेपी और बीएसपी पर हमला
सीएम अखिलेश यादव ने बीजेपी और बीएसपी पर तंज कसते हुए कहा कि अगर हमें दुबारा मौका मिला तो हम और भी अच्छा काम करके दिखाएंगे. अच्छे दिन वाले नेताओं से पूछना चाहते है कि उन्होंने क्या किया है? अगर कुछ किया है तो वह जनता को बताने का काम करे. अखिलेश यादव ने मायावती का बिना नाम लिए तंज कसा कि एक ऐसी पार्टी है जिसे हमारे अच्छाई से भी परहेज है. उस पत्थर वाली पार्टी ने जनता का पैसा बर्बाद किया है , उनके द्वारा लखनऊ में जो हाथी बैठायी गई थी वह आज भी वैसे ही बैठे है और जो खड़े थे वह अब भी खड़े है. अखिलेश यादव लखनऊ में होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार पर कहा कि सभी मंत्री चाहते है की उनका कद बढ़ जाए, लेकिन कद बढाने का काम तो जनता करती है.