फर्जी डिग्री मामले में 15 सितंबर को होगा स्मृति ईरानी की किस्मत का फैसला
चुनाव आयोग ने कहा कि यह जानकारी उनकी वेबसाइट पर उपलब्ध है। बता दें अदालत के पहले के निर्देश के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय ने भी कहा था कि स्मृति के 1996 के बीए पाठ्यक्रम से जुड़े दस्तावेज नहीं मिल पा रहे। साल 2004 के लोकसभा चुनाव के दौरान स्मृति ने अपने हलफनामे में 1996 में बीए पाठ्यक्रम करने का जिक्र किया था।