इलाहाबाद : कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) के नाम पर फर्जीवाड़े का एक नया मामला सामने आया है। यह फर्जीवाड़ा एसएससी की वेबसाइट पर अपलोड किए गए एक पत्र से किया गया है। दरअसल, जालसाजों ने पत्र में से आयोग के अध्यक्ष के हस्ताक्षर कॉपी कर फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार कर लिए और बेरोजगारों को अपने जाल में फंसाते हुए उनसे बैंक में रुपए जमा करने की बात कहते हुए नियुक्ति पत्र थमा दिया।
ऐसा ही एक नियुक्ति पत्र लेकर जब बिहार की एक लड़की पिछले दिनों लाउदर रोड स्थित एसएससी के मध्य क्षेत्र दफ्तर
में पहुंची। पूछताछ काउंटर पर उसने जब नियुक्ति पत्र दिखाया तो वहां बैठे कर्मचारी के होश उड़ गए क्योंकि इस पर डायरेक्ट रिक्रूटमेंट एमटीएस लिखा हुआ था, जबकि इस नाम की कोई भर्ती होती ही नहीं है।
वहीं, कर्मचारी की निगाह जब अध्यक्ष के हस्ताक्षर पर पड़ी तो वह चकरा गया। उसने पूरे प्रकरण की जानकारी मध्य क्षेत्र के क्षेत्रीय निदेशक राहुल सचान को दी।
प्रारम्भिक तफ्तीश में पता चला कि हस्ताक्षर को वेबसाइट पर अपलोड एक पत्र से कॉपी कर फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार किया गया था।
जार्ज टाउन थाने में एफआईआर दर्ज
आयोग के सहायक निदेशक प्रशासन बीके श्रीवास्तव की ओर से जार्ज टाउन थाने में इस मामले की एफआईआर दर्ज कराई गई है। सहायक निदेशक ने अपनी तहरीर में लिखा है कि एसएससी कार्मिक एवं पेंशन मंत्रालय के अधीन काम करता है और विज्ञापन जारी कर, परीक्षा के उपरांत ही कोई सीधी भर्ती करता है। उन्होंने आग्रह किया है कि इस मामले की गहनता से छानबीन कर इसमें लिप्त लोगों को बेनकाब किया जाए ताकि मामले की रिपोर्ट एसएससी मुख्यालय को भेजी जा सके।
रायपुर में नंबर बढ़ाने को मांगी रकम
पिछले दिनों जालसाली का एक मामला रायपुर में भी सामने आया था। उसमें कुछ अभ्यर्थियों को फोन कर जालसाजों ने कहा था कि एमटीएस में उनका चयन एक नंबर से रुक रहा है और वे बैंक अकाउंट में पैसे जमा करा देंगे तो उनके नंबर बढ़ा दिए जाएंगे। इस मामले की जानकारी होने के बाद एसएससी मुख्यालय ने अपनी वेबसाइट पर नोटिस जारी कर परीक्षार्थियों को सावधान किया था।