उत्तर प्रदेश विधानसभा में गुरुवार को बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल राम नाईक ने अपना अभिभाषण विपक्ष के भारी हंगामे के बीच पूरा किया. राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सीएम योगी ने विपक्ष के आचरण की निंदा की. उधर विपक्ष ने सदन के बाहर भी हमलावर बनाए रखा है. सपा ने सरकार को कलंकित करार दिया, वहीं कांग्रेस ने राज्यपाल के अभिभाषण को झूठ का पुलिंदा करार दिया. समाजवादी पार्टी के विधानमंडल दल के नेता राम गोविंद चौधरी ने यूपी विधानसभा में बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर विरोध पर कहा कि ये कलंकित सरकार है.
किसान मरा जा रहा है. उत्तर प्रदेश में कभी ऐसे हाल नहीं हुए. कासगंज मामले पर सरकार एक तरफा काम कर रही है. निर्दोषों पर कार्यवाही की जा रही है. उन्होंने कहा कि जो देश का जश्न मना रहे थे, उन पर कार्यवाही की जा रही है. सरकार भ्रष्ट है.
वहीं सीएम योगी द्वारा विपक्ष की निंदा करने और लाल टोपी वालों को जनता द्वारा सबक सिखाने के बयान पर राम गोविंद चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री की कही बातों की मैं निंदा करता हूं. मुख्यमंत्री बोलना सीखें. लाल टोपी ने देश को आज़ाद कराने का काम किया है. भगवा झंडे ने सिर्फ अंग्रेजो के लिए काम किया है. भगवा रंग धार्मिक प्रतीक है, इन्होंने उसे भी आलोचना का पात्र बना दिया है.
ये केवल मुस्लिम धर्म के साथ नहीं बल्कि हिन्दू धर्म के साथ भी मजाक कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पहले मुख्यमंत्री अपना रवैया सही करें. तब हमें बताएं कि क्या करना है, क्या नहीं. चौधरी ने कहा कि यह सरकार गूंगी और बहरी दोनों हो गई है.
वहीं सपा के विधानपरिषद सदस्य अहमद हसन ने कहा कि बीजेपी सरकार में अपराधों की बाढ़ आ गई है. उत्तर प्रदेश अपराधियों का पनाहगाह बनता जा रहा है. हर आदमी असुरक्षित है. राजधानी ही सुरक्षित नहीं है. उन्होंने कहा कि यूपी में जंगलराज चल रहा है. आज तक इस सरकार ने कोई काम नहीं किया है, सिर्फ बाते कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश में किसान मरा जा रहा है. हम जनता की आवाज को सरकार के बीच जरूर ले जाएंगे.
वहीं कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा कि कांग्रेस लगातार किसान की बातों को सरकार के सामने रखना चाहती थी. लेकिन राज्यपाल ने जो कुछ भी पढ़ा, वह झूठ का पुलिंदा था.