यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं मंगलवार को शुरू हो गई. नकलविहीन परीक्षा कराने की कवायद में जुटी सरकार ने इस बार सख्त व्यवस्था की है. बावजूद इसके नकल माफिया सक्रिय नजर आ रहे हैं. बोर्ड परीक्षा के पहले दिन ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद में ही सामूहिक नकल का मामला सामने आया. दरअसल हाईस्कूल की गृहविज्ञान की परीक्षा के दौरान डीआईओएस ज्ञानेंद्र भदौरिया ने बेलीपार के ग्राम स्थलिय बालिका इंटर कॉलेज में सामूहिक नकल को पकड़ा.
उड़न दस्ते के साथ पहुंचे डीआईओएस भदौरिया ने निरिक्षण के दौरान पाया कि बच्चों की अधिकतर कापियां एक दूसरे से मिल रही हैं. यही नहीं कक्ष निरीक्षक भी उसी विषय का टीचर था जिस विषय का पेपर हो रहा था. फिलहाल डीआईओएस ने बेलीपार थाने में मुकदमा दर्ज कराया है.
बता दें गोरखपुर जिले में हाईस्कूल के लिए 93483 छात्र और इंटर में 76574 छात्र पंजीकृत हैं. बोर्ड परीक्षा का आयोजन 209 केंद्रों पर आयोजित की जा रही है. सभी परीक्षा केन्द्र सीसीटीवी कैमरों से लैस हैं. परीक्षा केंद्रों को 10 जोनल, 23 सेक्टरों में बांटा गया है. जिला परीक्षा केंद्रों पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है. नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए प्रशासन ने कमर कस रखी है. इसी वजह से पहले दिन ही सामूहिक नकल का खुलासा हो सका.
वहीं चदौली जिले में भी नकल कराने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. रमाशंकर इंटर कॉलेज अमड़ा के प्रबंधक नकल कराने के आरोप गिरफ्तार हुए हैं. वहीं देव नारायण इंटर कॉलेज सेमरा से एक फर्जी कक्ष निरीक्षक को गिरफ्तार किया गया है. सेक्टर मजिस्ट्रेट, सदर तहसीलदार ने आरोपियों को कोतवाली पुलिस को सौंप दिया है. गिरफ्तारी के बाद से नकल माफियाओं में हड़कंप मचा है.
उधर प्रतापगढ़ के लक्ष्मणपुर ब्लॉक के सरदार पटेल इंटर कॉलेज में सीसीटीवी बंद कराकर बोर्ड की परीक्षा हो रही थी. डीआईओएस के औचक निरीक्षण में परीक्षा दे रहे एक छात्र के पास से मोबाइल और कॉलेज की पुस्तक भी बरामद हुई. जिसके बाद डीआईओएस ने कॉलेज को डिबार करने की संस्तुति की है.