खुटहन ब्लाक प्रमुख सरजूदेयी के खिलाफ 6 नवम्बर को लाये गये अविश्वास प्रस्ताव के मतदान के दौरान हुए बवाल के मामले में विवेचक के प्रार्थना पत्र पर एसीजेएम चतुर्थ ने आरोपी विधायक शैलेंद्र यादव ललई, पूर्व सांसद धनंजय सिंह और एमएलसी बृजेश प्रिंसू के खिलाफ ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। इन लोगों को पकड़ने के लिए पुलिस ने दो दिनों तक लगातार दबिश भी दिया था लेकिन पुलिस को सफलता नहीं मिली है।
उल्लेखनीय है कि खुटहन ब्लाक प्रमुख अविश्वास प्रस्ताव के लिए मतदान होना था। निर्वतमान प्रमुख के समर्थन में विधायक शैलेंद्र यादव ललई, पूर्व सांसद धनंजय सिंह और एमएलसी बृजेश सिंह मौजूद रहे। आरोप है कि मतदान के लिए बीडीसी मतदान स्थल तक न पहुंचे इसके लिए इन नेताओं ने बाधा पहुंचायी जिसके बाद जमकर पथराव, हवाई फायरिंग, तोड़फोड़ हुई। प्रतापगढ़ के सांसद कुंवर हरिवंश सिंह के काफिले की एक स्कार्पियो को फूंक दी गयी। हालांकि मतदान में अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया।
इस मामले में थानाध्यक्ष राममूर्ति यादव ने विधायक शैलेंद्र यादव ललई, पूर्व सांसद धनंजय सिंह और एमएलसी बृजेश सिंह 11 नामजद व 150 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी। इनपर 147, 148, 149. 34, 323, 307, 332, 353, 395, 504, 506, 435, 427 धारायें लगायी गयी हैं।
इस मामले में 8 आरोपियों की जमानत पहले ही निरस्त हो चुकी है। विवेचना से प्रकाश में आए ग्राम प्रधान समर बहादुर समेत तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
घटना की विवेचना कर रहे शाहगंज कोतवाल नरेन्द्र प्रसाद ने सोमवार को एसीजेएम चतुर्थ श्वेता श्रीवास्तव की कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया। कोर्ट ने नामजद आरोपी ललई यादव, धनन्जय सिंह व बृजेश सिंह प्रिंसू की गिरफ्तारी के लिए गैर जमानती वारंट(एनबीडब्ल्यू) जारी किया है। इस आदेश से राजनीतिक गलियारे में हलचल मची हुई है।