समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नोटबंदी को लेकर बुधवार को एक ट्वीट किया है. इसमें उन्होंने खजांची का जिक्र कर उसके जन्मदिन को मनाने की बात कही है.
अखिलेश ने बुधवार को ट्वीट कर लिखा कि नोटबंदी की लाइन में जन्मे 'ख़ज़ांची' की मां नहीं जानतीं कालाधन क्या होता है. हम नोटबंदी का जश्न नहीं, पर ख़ज़ांची का जन्मदिन ज़रूर मनायेंगे. ट्वीट के साथ ही अखिलेश ने अपने मुख्यमंत्री रहते खजांची की मां को 2 लाख रुपए चेक देने वाली तस्वीर भी शेयर की है.
बता दें कि बता दें कि कानपुर देहात के झींझक ब्लॉक के सरदारपुर जोगी डेरा गांव की रहने वाली सर्वेशा 2 दिसंबर को पंजाब नेशनल बैंक में सुबह 9 बजे लाइन में लगी थी. वह गर्भवती थी. सुबह से शाम हुई तो सर्वेशा दर्द बढ़ने लगा. बैंकवालों ने इसके बाद भी उसे इंट्री नहीं दी. आखिरकार शाम 4 बजे बैंक की सीढ़ियों पर सर्वेशा का प्रसव हो गया. बैंक वालों ने बच्चे का नाम खजांची रख दिया.
इसके बाद नवजात खजांची के नन्हें कंधों पर कई राजनेताओं ने सवारी की थी. खुद तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव ने खजांची के नाम उसकी मां को 2 लाख रुपए का चेक दिया था. इसके बाद यूपी विधानसभा चुनावों में अखिलेश यादव ने हर चुनावी सभा में खजांची का जिक्र छेड़ते हुए बीजेपी पर हमला बोला था.
वहीं साल भर के होने जा रहे खजांची की कहानी कुछ ऐसी है कि उसकी मां को 2 लाख रुपए की मदद खर्च बनकर उड़ चुकी है. पिता तो जन्म से पहले ही खत्म हो चुके थे. अब भाई भी टीबी का मरीज है. मां को ससुराल वालों ने घर से निकाल दिया है. वह मजदूरी करती है, खजांची खेलता रहता है.