जौनपुर। उत्तर प्रदेश में सत्ता बदलते ही अखिलेश यादव के करीबी सरकार के निशाने पर आ गए हैं, समाजवादी पार्टी के पूर्व मत्री शाहगंज विधायक शैलेंद्र यादव ललई को खुटहन ब्लाक मे कल हुये अविश्वास प्रस्ताव मे गलत और अन्याय देखने पर प्रखर होकर भाजपा समर्थित सांसद हरिवंश सिंह व प्रशासन के साथ आक्रमण बोल महंगा पड़ गया है। सरकार के दबाव में अन्याय होते देख कर बोलने पर प्रशासन ने 7एल सी एक्ट तहत फर्जी मुकदमा दर्ज कर दिया।
बता दें खुटहन ब्लाक प्रमुख के अविश्वास प्रस्ताव बैठक को लेकर जमकर बवाल हुआ। सपा नेता आरोप है। कि सांसद हरिवंश सिंह अपने बेटे के साथ गुंडई कर रहे थे। वह असलहा लेकर अपने बेटे रमेश सिंह को अंदर भेज रहे थे। इसको लेकर प्रशासन मौन बना रहा है। –
सांसद पूर्व मंत्री से भिड़ गए समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री ललई यादव ने पूरे मामले को लेकर जब विरोध किया तो सांसद पूर्व मंत्री से भिड़ गए। और मध्यरात्रि मे उनके ऊपर फर्जी मुक़दमे लगवा दिए है।
जाने क्या है। मामला !
जौनपुर, खुटहन ब्लाक प्रमुख अविश्वास प्रस्ताव को भाजपा और समाजवादी पार्टी, दोनों ने अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है। एक ओर भाजपा जहां हर हाल में अविश्वास प्रस्ताव को पारित कराने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। ऐसी सूचना है कि वीडीसी सदस्यों को डराने – धमकाने से लेकर पैसे का खुला खेल चल रहा है। जो जैसे मैनेज हो जाये, उसे वैसे मैनेज किया जा रहा है । अपने पुत्र के मैदान में होने की वजह भाजपा सांसद हरिवंश सिंह सत्ता का खुल कर दुरुपयोग कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर इस विधान सभा के विधायक व पूर्व मंत्री ललई यादव सत्ता का दुरुपयोग न हो, इसके लिए चट्टान की तरह भाजपा सांसद और शासन – प्रशासन की ज़्यादतियों को रोकने का प्रयास कर रहे है।
खुटहन ब्लाक में जो बवाल हुआ । उसके पीछे सत्ता का दुरुपयोग है। पुलिस प्रशासन के आँख मूँद लेने की वजह से भाजपा पक्ष के तमाम लोग हथियार के साथ बेरिकेटिंग परिसर में अपनी गाड़ियों से आए। पूर्व मंत्री व सपा विधायक ललई यादव ने जब इसका विरोध किया, तो पुलिस प्रशासन हरकत में आया । इस संबंध में ललई यादव की डीएम और एसपी से जबर्दस्त नोक-झोक हुई। लेकिन अंत में उन्हें बाहर निकाल लिया गया । इसी बीच माहौल खराब करने और अविश्वास प्रस्ताव में अपनी धमक दिखाने के लिए हवाई फायरिंग कर दी। ऐसा बताया जा रहा है कि यह हवाई फायरिंग भाजपा के खेमे से की गई। लगातार हो रही हवाई फायरिंग के बाद वहाँ उपस्थित भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। जिसकी वजह से कुछ देर के लिए स्थिति असामान्य हो गई। बात बिगड़ती देख पुलिस ने मोर्चा संभाला, लाठिया भाजी और हथियार लहराये। तब जाकर स्थित नियंत्रण में आई।
यह बवाल यहीं नहीं शांत हुआ। इसी बीच भाजपा सांसद हरिवंश सिंह भी आ गए। भाजपा के लोगों ने कुछ ऐसे लोगों को वीडीसी सदस्य बता कर बैठक में लाने का प्रयास किया। जो वास्तव में वीडीसी सदस्य थे ही नहीं। जैसे उन चेहरों को ललई यादव ने देखा। उनका प्रतिरोध किया। उन्होने डीएम / एसपी से कहा कि मैं इसी विधान सभा का रहने वाला हूँ। एक – एक वीडीसी का चेहरा पहचानता हूँ। इसको लेकर उनकी भाजपा सांसद और डीएम / एसपी से लगातार नोक-झोक होती रही। इससे खफा होकर मुकदमा दर्ज कराने के साजिश रची गयी।
सत्ता के दबाव मे अखिलेश यादव के करीबी पूर्व मंत्री एवं शाहगंज विधायक ललई यादव सहित 8 लोगों को नामजद करते हुए 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस ने खुटहन थाने में संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है । उन पर धारा 147, 148, 149, 34, 323, 307, 332, 353, 395, 504, 506, 435, 427 और 7 सील एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। उनके खिलाफ हुए एकतरफा मुकदमे की वजह से सपा समर्थकों में जबर्दस्त आक्रोश है।