नई दिल्लीः मुरादाबाद में भतीजे को कांग्रेस से मेयर का टिकट मिला तो सपा विधायक इकराम कुरैशी को इतना सदमा पहुंचा कि अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। विधायक का भतीजा उनका दाहिना हाथ माना जाता था। हाल में हुए विधानसभा चुनाव में इकराम की जीत में बतीजे रिजवान की मेहनत का बड़ा योगदान रहा।
क्या कहा विधायक ने
विधायक के बेटे उबैद ने बताया कि रिजवान ने जैसे ही कांग्रेस से मेयर का टिकट मिलने की बात बताई उसके पिता को दिल में तेज दर्द उठा। उन्हें आनन फानन अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल उनकी हालत ठीक है और उन्हें अस्पताल से अब छुट्टी मिल गई है।
41 साल के रिजवान राज्य कांग्रेस कमिटी के सदस्य हैं। वह कांग्रेस में मुरादाबाद शहर के 2006 से लेकर 2012 तक उपाध्यक्ष भी रहे हैं। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष एपी सिंह ने बताया कि एसपी विधायक को इस समय अस्तित्व का संकट है इसलिए वह बीमार हो गए हैं।
मुरादाबाद में एसपी को सिर्फ मुस्लिम वोट ध्रुवीकरण से मिल सकता था। चूंकि अब कांग्रेस ने भी मुस्लिम उम्मीदवार घोषित किया है इसलिए अब एसपी के लिए लड़ाई मुश्किल होने वाली है। विधायक इकराम भी एसपी के जिलाध्यक्ष हैं। अगर पार्टी का उम्मीदवार हारता है तो इसके उत्तरदाई वह ही होंगे। मुरादाबाद में 45 फीसदी मुस्लिम आबादी है। यहां से दो मुस्लिम उम्मीदवारों के चुनाव में लड़ने के कारण बीजेपी को इसका फायदा मिल सकता है।
क्या बोले रिजवान
रिजवान का कहना है कि उनके लिए राजनीति और परिवार दोनों अलग हैं। उन्होंने बताया कि वह इकराम के विधायक पद पर दावा नहीं कर रहे हैं। वह उनका कार्यकाल 2022 तक खुशी से पूरा कर सकते हैं। वह कांग्रेस में पिछले 15 साल से हैं। रिजवान ने कहा कि विधानसभा चुनाव में उन्होंने इकराम के लिए मेहनत इसलिए की थी क्योंकि कांग्रेस और एसपी में गठबंधन था और दोनों मिलकर चुनाव लड़े थे।