UP: जमीन कब्जाने को लेकर तथाकथित सत्याग्रहियों का जमकर बवाल, SHO की ली जान
उत्तर प्रदेश के मथुरा स्थित जवाहर बाग खाली कराने पहुंची पुलिस और कथित सत्याग्रहियों के बीच टकराव हो गया है। फिलहाल दोनों ओर से फायरिंग की सूचना है। इस फायरिंग में एस ओ फरह संतोष कुमार की मौत हो गई है साथ ही एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी भी घायल हैं।बाग में फोर्स के घुसने के बाद कथित सत्याग्रहियों द्वारा उन पर हमला कर दिया गया। इस घटना में 6 अन्य पुलिस कर्मियों के घायल होने की भी खबर है। घटना स्थल पर यह खबर भी है कि हथगोले और बम का भी प्रयोग किया जा रहा है। मथुरा के लिए मैनपुरी से भी बड़ी सख्या में फोर्स एएसपी के साथ रवाना की गई है।
वहीं मामले पर हरि राम शर्मा, आईजी, कानून व्यवस्था ने कहा है कि मथुरा में जवाहर बाग में कब्जा खाली कराने के लिए गई पुलिस पर कब्जेदारों ने फायरिंग कर दी। गोली लगने से हमारे फरह थाने के एसओ संतोष कुमार की मृत्यु हो गई। एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी को भी गोली लगी है। इसके अलावा चार सिपाही भी घायल हुए हैं। इनमें दो को गोली लगी जबकि दो पथराव में घायल हुए हैं। मौके पर कमिश्नर, आईजी, डीआईजी सभी वरिष्ठ अफसर पहुंच गए हैं। पूरे जिले की फोर्स के अलावा तीन कंपनी अतिरिक्त फोर्स भी भेज दी गई है। पुलिस ने जवाहर बाग खाली करा लिया है। अब कलेक्ट्रेट में यह लोग घुसे हैं। वहां से भी खाली कराया जा रहा है। हम इस घटना पर पूरी नजर रखे हुए हैं। इस घटना के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
बता दें हजारों कथित सत्याग्रही बाग पर कई साल से कब्जा जमाए है। हाई कोर्ट के आदेश पर प्रशासन पिछले दो माह से बाग खाली कराने की तैयारियों में लगा था। मथुरा स्थित जवाहरबाग सरकारी जमीन है। इस पर करीब 100 एकड़ का बाग है।
खुद को सत्याग्रही बता रहे लोग साल 2014 में बरेली से भगाए गए थे जिसके बाद इन्हें मथुरा प्रशासन द्वारा जवाहर बाग की जगह दी गई थी। ऐसा माना जा रहा है कि खुद को सत्याग्रही की बताने वाले लोगों को सत्ता प्रतिष्ठान का भी सहयोग प्राप्त है।
इससे पहले सिटी मजिस्ट्रेट की ओर से जारी नोटिस में बताया गया था कि करीब 3000 लोग बीते दो साल से उद्यान विभाग की राजकीय संपत्ति जवाहर बाग में धरना प्रदर्शन के नाम पर अवैध कब्जा किए हैं।
इसके कारण राजकीय संपत्ति को लाखों रुपये की क्षति पहुंची है। सत्याग्रहियों के खिलाफ 10 से अधिक मुकदमे पंजीकृत हैं।मामले में विजय पाल तोमर की याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट बाग को खाली कराने का आदेश दे चुका था।
इस पर पहले भी जवाहर बाग को खाली करने के नोटिस दिए गए, लेकिन उन पर अमल नहीं हुआ। इस याचिका पर डीएम मथुरा ने हाईकोर्ट में दो अप्रैल को जवाहर बाग खाली करने का शपथ पत्र दाखिल किया था। सत्याग्रहियों द्वारा उद्यान विभाग के कर्मचारियों के साथ मारपीट और हिंसा के कारण उद्यान विभाग के कर्मचारियों द्वारा अन्य कर्मचारी संगठनों के साथ धरना दिया गया था। इसके बाद सत्याग्रहियों ने सदर तहसील पर हमला कर कर्मचारी और अधिवक्ताओं से मारपीट की थी।
वहीं मामले पर हरि राम शर्मा, आईजी, कानून व्यवस्था ने कहा है कि मथुरा में जवाहर बाग में कब्जा खाली कराने के लिए गई पुलिस पर कब्जेदारों ने फायरिंग कर दी। गोली लगने से हमारे फरह थाने के एसओ संतोष कुमार की मृत्यु हो गई। एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी को भी गोली लगी है। इसके अलावा चार सिपाही भी घायल हुए हैं। इनमें दो को गोली लगी जबकि दो पथराव में घायल हुए हैं। मौके पर कमिश्नर, आईजी, डीआईजी सभी वरिष्ठ अफसर पहुंच गए हैं। पूरे जिले की फोर्स के अलावा तीन कंपनी अतिरिक्त फोर्स भी भेज दी गई है। पुलिस ने जवाहर बाग खाली करा लिया है। अब कलेक्ट्रेट में यह लोग घुसे हैं। वहां से भी खाली कराया जा रहा है। हम इस घटना पर पूरी नजर रखे हुए हैं। इस घटना के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।