कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति चुनाव से एक दिन पहले कहा कि भले ही उनकी पार्टी के पास संख्याबल नहीं है लेकिन लड़ना जरूरी है. उन्होंने संसद परिसर में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनावों को लेकर विपक्षी दलों की बैठक के बाद यह बयान दिया.
इस बैठक में विपक्षी दलों की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मीरा कुमार और उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी भी मौजूद थे.सोनिया ने कहा कि इन चुनावों में संख्या उनके साथ नहीं है. लेकिन लड़ाई जरूरी है और इसे पूरी ताकत से लड़ा जाना चाहिए.
सोनिया ने कहा कि राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति देश के संवैधानिक प्रमुख होते हैं. संविधान और कानून की रक्षा, सुरक्षा और संरक्षण करना इनके जिम्मे होता है. उन्होंने कहा, 'मीराजी और गोपालकृष्णजी दोनों हमारे संभावित श्रेष्ठ राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति होंगे. संकटों से घिरे हमारे देश को बाहर निकालने में ये सक्षम हैं.'
हम भारत को संकीर्ण मानसिकता, बांटने वाले और साम्प्रदायिक ख्यालों वाले लोगों का बंधक नहीं बनने दे सकते.
— सोनिया गांधी
सोनिया ने आगे कहा, 'इस तरह के मुकाबलों में संख्या हमारे खिलाफ है लेकिन लड़ना जरूरी है और पूरी मेहनत से लड़ना चाहिए.'
बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए सोमवार को सुबह 10 से शाम पांच बजे तक वोट डाले जाएंगे. चुनाव के नतीजे 25 जुलाई को घोषित किए जाएंगे.