गुजरात हाईकोर्ट ने लगाई भाजपा सरकार को फटकार, कहा कि गुजरात में कानून-व्यवस्था का हाल यूपी, बिहार से भी खराब,

Update: 2017-02-16 06:17 GMT
गुजरात को देश के लिए एक मॉडल की तरह पेश करने वाली भाजपा को गुजरात हाईकोर्ट ने खराब कानून व्यवस्था के लिए जमकर फटकार लगाईं। भाजपा शासित प्रदेशों में कानून व्यवस्था किस कद्र खराब है उसके लिए NCRB की रिपोर्ट देखने से ही समझ में आ जाता है। जिसमें सबसे खराब कानून व्यवस्था में टॉप 5 राज्य भाजपा शासित राज्य ही हैं। गुजरात की कानून व्यवस्था को लेकर वहां के हाईकोर्ट ने एक गंभीर टिप्पणी की है। कोडिनार हिंसा पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट के जज ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की हालत यूपी-बिहार जैसे राज्यों से भी बदतर है।

अदालत ने कहा बिहार और यूपी के बारे में जितना सुनने को मिलता है उससे बुरी हालत गुजरात में खासकर सौराष्ट्र के कोडिनार शहर में है। कोडिनार हिंसा का वीडियो देखने के बाद अदालत ने ये टिप्पणी की।

वीडियो में साफ दिख रहा था कि अक्टूबर में हुए कोडिनार हिंसा में किस तरह से पुलिस मूक दर्शक बनी थी। पीड़ित रफीक सलोत के घर पर जब दंगाइयों ने हमला किया था तब पुलिस वहां पर मूक दर्शक बनी तमाशा देख रही थी। इस दंगे में बीजेपी सांसद दीनू बोघा सोलंकी आरोपी हैं। आरोपी के खिलाफ एक्शन नहीं लेने पर अदालत ने पुलिस को फटकार भी लगाई।

इसपर पुलिसवालों का कहना था कि दंगाइयों की तादाद काफी ज्यादा थी इसी वजह से उनके खिलाफ उस वक्त एक्शन नहीं लिया जा सका। इसपर कोर्ट ने कहा उन्हें बंदूकें किसलिए दी गई हैं। साथ ही अदालत ने पूछा कि उन्होंने इस मामले में कोई गिरफ्तारी क्यों नहीं की?

अदालत ने इस मामले में पुलिस की कमजोर एफआईआर को निरस्त करते हुए पीड़ित रफीक सलोत उनकी पत्नी जेतूबेन सलोत के बयान पर नई एफआईआर लिखने का आदेश दिया। साथ ही सीआईडी को इस मामले में दोबारा जांच शुरु करने का निर्देश दिया है।

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