पश्चिमी उत्तर प्रदेश मे समाजवादी पार्टी के नेता किरणमय नन्दा और प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की सभाओं मे उन्हे कौन सुनेगा ? यह सवाल जब मैंने वहाँ के कुछ अपने परिचित नेताओं से किया, तो उन लोगों ने साफ तौर पर कहा कि यहाँ के मतदाताओं की प्रकृति कुछ दूसरी तरह की है।
वे अखिलेश की सभाओं मे आ जाते हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि किसी की सभा मे आ जाएँगे। इन दोनों नेताओं के पास इन जिलों के नेता इसलिए आएंगे क्योंकि वे संगठन मे किसी अच्छे ओहदे पर बने रहना चाहते हैं।
इसके अलावा इन दोनों नेताओं का यहाँ की पब्लिक मे कोई क्रेज है, यह सही नहीं है। इनका क्रेज नेताओं तक ही सीमित हैं। इसलिए इनकी सभाओं मे नेता और उनके समर्थक ही रहेंगे, जो पहले ही से सपा –कांग्रेस को वोट देने का मन बना चुके हैं।
– प्रो. (डॉ.) योगेन्द्र यादव