भारतीय विमानन क्षेत्र में नई उड़ान -DGCA से NOC के बाद Al Hind Air और FlyExpress की एंट्री

Update: 2025-12-26 10:27 GMT

रिपोर्ट : विजय तिवारी

नई दिल्ली।

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से आवश्यक नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) मिलने के बाद Al Hind Air और FlyExpress भारतीय विमानन सेक्टर में प्रवेश की दिशा में महत्वपूर्ण चरण पूरा कर चुकी हैं। दोनों एयरलाइंस फिलहाल प्री-ऑपरेशनल प्रक्रिया में हैं और अन्य नियामकीय मंजूरियों के बाद संचालन शुरू करने की तैयारी कर रही हैं।

विशेषज्ञों के अनुसार, इन नई एयरलाइंस की एंट्री को भारत के तेजी से विस्तार करते एविएशन इकोसिस्टम में एक अहम कड़ी माना जा रहा है, जो क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को नई गति दे सकती है।

UDAN योजना के तहत छोटे शहरों पर फोकस

सरकार की महत्वाकांक्षी UDAN (उड़े देश का आम नागरिक) योजना के अंतर्गत Al Hind Air और FlyExpress का मुख्य फोकस Tier-2 और Tier-3 शहरों को हवाई नेटवर्क से जोड़ने पर रहेगा। योजना का उद्देश्य आम नागरिकों के लिए हवाई यात्रा को सस्ता, सुलभ और व्यापक बनाना है, ताकि छोटे शहरों और दूरदराज़ क्षेत्रों तक भी हवाई संपर्क सुनिश्चित हो सके।

क्षेत्रीय कनेक्टिविटी, अर्थव्यवस्था और रोजगार

Al Hind Air और FlyExpress जैसे नए ऑपरेटर्स के आने से न केवल बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, बल्कि किरायों पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है।

कम दूरी की उड़ानों, क्षेत्रीय रूट्स और कम उपयोग वाले हवाई अड्डों के बेहतर इस्तेमाल से

स्थानीय व्यापार को बढ़ावा मिलेगा

पर्यटन गतिविधियों में तेजी आएगी

प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे

Al Hind Air : प्रोफाइल और विज़न

Al Hind Air भारत की एक उभरती हुई निजी एयरलाइन है, जिसका लक्ष्य देश के क्षेत्रीय विमानन नेटवर्क को मजबूत करना है। DGCA से NOC मिलने के बाद कंपनी ने भारतीय विमानन बाजार में औपचारिक प्रवेश की प्रक्रिया पूरी कर ली है।

एयरलाइन का फोकस UDAN योजना के तहत:

Tier-2 और Tier-3 शहर

छोटे औद्योगिक क्षेत्र

पर्यटन स्थल

कृषि क्षेत्र, (Floriculture Hubs) और बागवानी क्लस्टर

को हवाई सेवाओं से जोड़ने पर है, ताकि यात्री यातायात के साथ-साथ कृषि और ताज़ा उत्पादों की तेज़ ढुलाई को भी बढ़ावा मिल सके।

Al Hind Air कम दूरी के रूट्स पर छोटे और ईंधन-कुशल विमानों के संचालन की योजना बना रही है, जिससे संचालन लागत नियंत्रित रहे और यात्रियों को किफायती किराया मिल सके। इससे कृषि उत्पादों, फूलों और ताज़ी उपज के घरेलू व निर्यात परिवहन को भी गति मिलने की उम्मीद है।

FlyExpress की रणनीति

FlyExpress, जो कि तेलंगाना आधारित एयरलाइन के रूप में उभर रही है, लॉजिस्टिक्स, कूरियर और कार्गो सेक्टर में प्रमोटर्स के अनुभव का लाभ उठाकर क्षेत्रीय हवाई सेवाओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है। कंपनी भी फिलहाल प्री-ऑपरेशनल चरण में है और अन्य नियामकीय मंजूरियों का इंतजार कर रही है।

भारत की वैश्विक स्थिति और मजबूत

घरेलू हवाई यात्रियों की लगातार बढ़ती संख्या, नए एयरपोर्ट्स का विकास और सरकार की सहायक नीतियों के चलते भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते एविएशन मार्केट्स में अपनी स्थिति लगातार मजबूत कर रहा है।

Al Hind Air और FlyExpress जैसी नई एयरलाइंस की एंट्री इस बात का संकेत है कि भारतीय विमानन क्षेत्र आने वाले वर्षों में अधिक विस्तार, नवाचार और समावेशिता की दिशा में आगे बढ़ेगा।

कुल मिलाकर, DGCA से NOC मिलने के बाद इन दोनों एयरलाइंस की तैयारियां भारतीय आसमान में एक नए अध्याय की शुरुआत मानी जा रही हैं—जहां हवाई यात्रा अब सिर्फ महानगरों तक सीमित न रहकर देश के छोटे शहरों, कृषि और व्यापारिक क्षेत्रों तक पहुंचने का लक्ष्य रखती

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