इधर CBI ने दाखिल की चार्जशीट, उधर बिगड़ गई सत्यपाल मलिक की तबीयत, अस्पताल में भर्ती
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक गुरुवार को तबीयत बिगड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए हैं. उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में अस्पताल के बेड से फोटो शेयर करते हुए यह जानकारी है. इससे कुछ देर पहले केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने सत्यपाल मलिक और पांच अन्य के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है. सीबीआई ने किरू पनबिजली परियोजना से जुड़े भ्रष्टाचार मामले में यह बड़ी कार्रवाई की है.
सत्यपाल मलिक की तबीयत बिगड़ने का जानकारी देते हुए एक्स पर लिखा, ‘नमस्कार साथियों. मेरे बहुत से शुभचिंतकों के फ़ोन आ रहे हैं जिन्हें उठाने में मैं असमर्थ हूं. अभी मेरी हालत बहुत खराब है मैं फिलहाल राममनोहर लोहिया अस्पताल दिल्ली में भर्ती हूं और किसी से भी बात करने की हालत में नहीं हूं.’ सत्यपाल मलिक अगस्त 2018 से अक्टूबर 2019 तक जम्मू कश्मीर के राज्यपाल के पद पर नियुक्त थे.
CBI ने दाखिल की चार्जशीट
सत्यपाल मलिक ने खुद दावा किया था कि किरू हाईड्रो प्रोजेक्ट की मंजूरील के लिए उनके पास दो फाइलें आईं थी. साथ ही इसको मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपए की रिश्वत की पेशकश की गई थी. इस खुलासे के बाद सीबीआई ने साल 2022 में इस मामले की जांच शुरू कर दी. हालांकि,पिछले साल एजेंसी द्वारा तलाशी अभियान चलाए जाने के बाद मलिक ने भ्रष्टाचार के आरोपों से इनकार कर दिया.
सीबीआई ने गुरुवार को किरू हाईड्रो प्रोजेक्ट में 2,200 करोड़ रुपए के सिविल कार्यों के ठेके में कथित भ्रष्टाचार को लकेर आरोपपत्र दायर किया. सीबीआई की चार्जशीट में सत्यपाल मलिक और पांच अन्य को आरोपी बनाया गया है. इससे पहले सीबीआई ने इस मामले के सिलसिले में सत्यपाल मलिक और अन्य के परिसरों की कई बार तलाशी भी ली थी.
पुलवामा हमले पर खड़े किए थे सवाल
सत्यपाल मलिक, जब जम्मू कश्मीर के राज्यपाल के पद पर कार्यरत थे. उस समय दो बड़ी धटनाक्रम कश्मीर के परिपक्ष में हुए थेय पहला साल 2019 के फरवरी में पुलवामा आतंकी हमला और दूसरा उसकी साल अगस्त में धारा 370 संविधान से हटाया गया था. इस दौरान सत्यपाल मलिक ने पुलवामा को लेकर सरकार पर कई प्रहार किए थे. उन्होंने कहा था कि, ‘प्रधानमंत्री कश्मीर के बारे में ‘गलत जानकारी और अज्ञानता’ रखते हैं. ‘