जब रात चुप थी और पुलिस भी!दो गांवों में एक ही रात तीन घरों को चोरों ने बनाया निशाना, पुलिस की कार्रवाई पर उठ रहे सवाल

Update: 2025-06-02 05:34 GMT


विशेष रिपोर्ट: ओ पी श्रीवास्तव, चंदौली

चंदौली: गर्मियों की उमस भरी रात उस समय चीखों और दहशत में तब्दील हो गई, जब सात से आठ की संख्या में आए नकाबपोश चोरों ने दो गांवों के तीन घरों में धावा बोल दिया। घर में मौजूद महिला के साथ न केवल मारपीट की गई, बल्कि नरसिंहपुर गांव निवासी महिला की हालत गंभीर है और महिला दहशत में हैं।पुलिस की गश्त और सतर्कता को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। घटना के दो दिन बीतने के बाद भी पुलिस की कार्रवाई केवल "तफ्तीश जारी है" तक ही सीमित है।

बता दें कि चोरों ने बेहद योजनाबद्ध ढंग से पहले पुरुषों के कमरों को बाहर से बंद किया और फिर महिलाओं के कमरों में घुसकर ताले, आलमारिया और बक्से तोड़े। नरसिंहपुर खुर्द निवासी हरिमोहन श्रीवास्तव की पत्नी पर चोरों ने अत्याचार की सारी हदें पार कर दीं। विरोध करने पर उनका मुंह दबाया गया और चाबियों के लिए उनके सीने पर चढ़कर उन्हें ज़ख्मी किया गया।वहीं माधोपुर गांव में एक सेवानिवृत्त फौजी के घर को भी चोरों ने नहीं बख्शा। घर से लगभग एक लाख रुपये नगद और लाखों रुपये के आभूषण चोरी कर लिए गए। सभी घटनाएं रात के एक ही समय में हुईं, जिससे गिरोह के सुनियोजित नेटवर्क की ओर इशारा मिलता है।

चोरी के बाद से ग्रामीणों में भय और गुस्से का माहौल है। लोगों का कहना है कि अगर पुलिस की गश्त वाकई होती तो इतनी बड़ी वारदातें नहीं होती। मीडिया सूत्रों की मानें तो कुछ दिन पहले गांव के इर्द गिर्द संदिग्ध नकाबपोश युवकों को मंडराते हुए देखा गया था,हालांकि यहां तक पुलिस की ग़श्ती शायद नहीं पहुंचती है तभी तो कुछ युवकों का झुंड देर रात मार्गों पर मंडराता है।

घटना के बाद से ही पुलिस "जांच जारी है" कहकर जनता को सांत्वना दे रही है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। सूत्रों का मानना है कि यदि गांव के चारों ओर रात्रि गश्ती और खुफिया निगरानी होती, तो चोरों का यह गिरोह पकड़ा जा सकता था। हालांकि सदर थाना पुलिस सीसीटीवी समेत अन्य माध्यम से चोरों की गिरफ्तारी को लगातार प्रयासरत है।

Similar News