मिर्जापुर में रेल हादसा : कालका-हावड़ा एक्सप्रेस की चपेट में आए श्रद्धालु, 6 की मौत , मुख्यमंत्री ने दिए जांच और राहत के आदेश
रिपोर्ट : विजय तिवारी
मिर्जापुर। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के चुनार रेलवे स्टेशन पर बुधवार सुबह एक बड़ा रेल हादसा हो गया। कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर गंगा स्नान के लिए जा रहे श्रद्धालुओं का समूह कालका-हावड़ा (नेताजी) एक्सप्रेस (Train No. 12311) की चपेट में आ गया। हादसे में 6 श्रद्धालुओं की मौत की आधिकारिक पुष्टि हुई है, जबकि कुछ लोग घायल बताए जा रहे हैं।
हादसे का पूरा घटनाक्रम
बुधवार सुबह करीब 9:30 बजे यह हादसा हुआ। श्रद्धालु चोपन-प्रयागराज पैसेंजर (Train No. 13309) से चुनार रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर उतरे थे। सभी श्रद्धालु वाराणसी में गंगा स्नान के लिए जा रहे थे।
रेलवे सूत्रों के अनुसार, प्लेटफॉर्म बदलने की जल्दबाजी में कुछ श्रद्धालु फुटओवर ब्रिज (FOB) का उपयोग किए बिना मुख्य ट्रैक पार करने लगे। उसी समय कालका-हावड़ा (नेताजी) एक्सप्रेस, जो मेन लाइन से गुजर रही थी, तेज रफ्तार में आई और यात्रियों को अपनी चपेट में ले लिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, ट्रेन की रफ्तार इतनी तेज थी कि श्रद्धालुओं को हटने का मौका नहीं मिला। घटना के बाद स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई और कुछ समय के लिए रेल संचालन भी प्रभावित हुआ।
राहत और बचाव अभियान
हादसे की सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस (GRP), RPF, और स्थानीय प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। घायलों को तुरंत चुनार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और मिर्जापुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। रेलवे ट्रैक पर कुछ समय तक यातायात बाधित रहा, जिसके बाद ट्रेन संचालन को पुनः सामान्य किया गया।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है। प्राथमिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि यात्रियों ने नियमों का उल्लंघन करते हुए गलत दिशा से उतरने के बाद ट्रैक पार किया था।
मुख्यमंत्री का निर्देश और संवेदना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट के माध्यम से मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई और अधिकारियों को निर्देश दिया कि
> “घायलों का समुचित उपचार सुनिश्चित किया जाए तथा राहत एवं बचाव कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही न हो।”
सीएम ने जिले के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचने, सहायता राशि तय करने और राहत कार्य तेज करने का आदेश दिया।
रेलवे प्रशासन की अपील
उत्तर रेलवे के प्रवक्ता ने कहा —
> “चोपन-प्रयागराज पैसेंजर (13309) प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर आई थी। कुछ यात्री गलत दिशा से उतरकर मुख्य लाइन पार कर रहे थे जबकि फूटओवर ब्रिज मौजूद था। तभी नेताजी एक्सप्रेस (12311) मेन लाइन से गुजर रही थी और हादसा हो गया।”
रेलवे ने दोहराया है कि यात्रियों को किसी भी हालत में ट्रैक पार नहीं करना चाहिए। हर प्लेटफॉर्म पर फूटओवर ब्रिज और अंडरपास की व्यवस्था उपलब्ध है।
हादसे से उठे सवाल
त्योहारों और धार्मिक अवसरों पर रेलवे स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन एक बड़ी चुनौती बन जाता है। कार्तिक पूर्णिमा जैसे पर्व पर लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए वाराणसी और आसपास के स्टेशनों तक पहुंचते हैं।
यह हादसा सुरक्षा और जागरूकता दोनों पर सवाल खड़ा करता है — विशेषकर तब, जब फूटओवर ब्रिज मौजूद होने के बावजूद ट्रैक पार करने की प्रवृत्ति बनी रहती है।