बरेली में कल बंद रहेंगे स्कूल-कॉलेज, डीएम ने जारी किए सावन के सोमवार के लिए आदेश

Update: 2025-07-13 05:41 GMT

बरेली।  : भक्त कई-कई किलोमीटर तक पैदल चलते हुए कंधों पर कांवड़ रखकर आएंगे। शिवभक्त कांवड़ियों और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने जोरदार तैयारियां की हैं।कांवड़ियों की भीड़ की वजह से स्कूल-कालेजों में जाने वाले विद्यार्थियों को परेशानी ना हो, इसके लिए महानगर बरेली के सभी शैक्षणिक संस्थानों और बदायूं और दिल्ली मार्ग की परिधि के पांच किलोमीटर दायरे के शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखा जाएगा।

बदायूं और दिल्ली मार्ग की परिधि के 5 किलोमीटर दायरे के शैक्षणिक संस्थान रहेंगे बंद

डीएम अविनाश सिंह शनिवार को आदेश जारी किया, जिसके माध्यम से बताया कि बरेली महानगर में संचालित सभी बोर्ड के स्कूल-कॉलेज सावन के प्रत्येक सोमवार को बंद रहेंगे। बदायूं और दिल्ली रोड की पांच किलोमीटर परिधि के उच्च शिक्षण संस्थान भी बंद रखे जाएंगे। डीएम ने बताया कि यदि किसी शैक्षणिक संस्थान में बोर्ड, विश्वविद्यालय या आयोग की ओर से पहले से परीक्षा निर्धारित है, तो वो यथावत रहेगी।

बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय सिंह ने बताया कि यूपी बोर्ड, सीबीएसई, आइसीएसई समेत सभी बोर्ड से संबद्ध कक्षा एक से 12वीं तक की स्कूल बंदी का आदेश महानगर क्षेत्र के लिए है। देहात क्षेत्र के स्कूलों में परिस्थितियों के अनुरूप निर्णय लिया जाएगा।

कांवड़ रूट दुरस्त करने की जिम्मेदारी निभाएंगे नामित नोडल अधिकारी

सावन मास में बड़ी संख्या में शिवभक्त कांवड़ लेकर आते हैं। कांवड़ यात्रा के दौरान शिवभक्तों को मार्ग के क्षतिग्रस्त होने या जलभराव, कीचड़ आदि की समस्या के कारण उनको कोई असुविधा न हो। इसको दृष्टिगत मुख्य विकास अधिकारी देवयानी ने अधिकारियों को तहसील स्तर का नोडल अधिकारी नामित किया। नोडल अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों में कांवड़ यात्रा से संबंधित मार्गों का निरीक्षण करते हुए मार्गों को यात्रा के लिए सुगम बनाने का काम कराएंगे।

सीडीओ ने जिला विकास अधिकारी को तहसील बरेली सदर, एक्सईएन जल निगम ग्रामीण को तहसील बहेड़ी, उपायुक्त श्रम रोजगार को तहसील नवाबगंज, परियोजना निदेशक डीआरडीए को तहसील फरीदपुर, डीपीआरओ को तहसील आंवला और उपायुक्त स्वतः रोजगार को तहसील मीरगंज का नोडल अधिकारी नामित किया।

सीडीओ ने नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे संबंधित तहसील के एसडीएम, तहसीलदार और खंड विकास अधिकारियों से समन्वय कर तहसील के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र के ऐसे मार्गों जहां से कांवड़ यात्राएं निकलनी हैं, उनका स्थलीय निरीक्षण कर लें। निरीक्षण के दौरान यह सुनिश्चित कर लें कि क्षतिग्रस्त तो नहीं। मार्ग पर जलभराव व कीचड़ आदि होने संबंधी कोई समस्या होने पर त्वरित निस्तारण कराएंगे।




 


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