हम अपने समाज की रक्षा सम्मान के लिए कठोर कदम उठाने को तत्पर: दिलीप राम त्रिपाठी
अयोध्या। अखिल भारतीय चाणक्य परिषद द्वारा महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें ब्राह्मण समाज के उत्पीड़न और उनकी दशा दिशा पर गंभीर विचार-विमर्श हुआ।
यह बैठक परिषद के केंद्रीय कार्यालय, शक्ति नगर स्थित नवल्स अकादमी बड़ी देवकाली अयोध्या में आयोजित की गई, और इसे परिषद के राष्ट्रीय संरक्षक पं. राम अनुज तिवारी ने संबोधित किया।बैठक में पं. तिवारी ने प्रशासन के सामने ब्राह्मण समाज के उत्पीड़न को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की और समाज को एकजुट करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ब्राह्मण समाज को संगठित करना और युवाओं को संगठन से जोड़ना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके साथ ही, पं. तिवारी ने एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें कहा गया कि ब्राह्मण समाज के अधिक से अधिक लोग अखिल भारतीय चाणक्य परिषद की सदस्यता लें, ताकि संगठन को मजबूत किया जा सके।
पं तिवारी ने शासन और प्रशासन को चेतावनी दी कि अब ब्राह्मण समाज मौन नहीं रहेगा। उन्होंने कहा भविष्य में उत्पीड़न का जवाब मजबूत और सशक्त तरीके से दिया जाएगा।इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष पंडित दिलीप राम त्रिपाठी ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, ब्राह्मण समाज अब अपनी आवाज उठाने के लिए पूरी तरह तैयार है। हम अपने समाज की रक्षा और सम्मान के लिए कठोर कदम उठाने को तत्पर हैं। श्री त्रिपाठी ने कौशांबी में हुए हालिया घटनाक्रम पर सरकार से मांग की कि पीड़ित परिवार की मदद की जाए और दोषियों के खिलाफ सख़्त से सख़्त कार्रवाई की जाए।बैठक में अन्य प्रमुख नेताओं का सम्मान भी किया गया। गोरखपुर सरया तिवारी से पधारे पं. नैमिष त्रिपाठी, पं. रामेश्वर मिश्र और जनपद अमेठी से पं. राम भवन ओझा को विशेष सम्मान मिला। इसके अलावा, अमेठी से आए नेताओं को भी सम्मानित किया गया। बैठक में सर्वसम्मति से पं. राम भवन ओझा को अमेठी का जिला अध्यक्ष, पं० रामेश्वर मिश्र को गोरखपुर का प्रभारी नव नियुक्त किया गया तथा पं. नैमिष त्रिपाठी को प्रदेश उपाध्यक्ष और पं. श्री कृष्ण मिश्र को प्रदेश मंत्री एवं अयोध्या महानगर का प्रभारी नियुक्त किया गया।
बैठक में अन्य प्रमुख नेताओं में आचार्य राधेश्याम मिश्र राष्ट्रीय महामंत्री, काशीनाथ तिवारी राष्ट्रीय कार्यकारिणी वरिष्ठ सदस्य महंत क्षीरेश्वर दत्त मिश्र राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, सतीश पांडेय राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, महंत ओम प्रकाश मिश्र, आचार्य वीरेंद्र कुमार द्विवेदी, पं. अंबरीश पांडेय, ऋतिक ओझा, दिलीप मिश्र, तरुण रामजी पांडे, पं. राकेश पाठक सहित कई अन्य ब्राह्मण समाज के प्रमुख नेता उपस्थित थे।