मुजफ्फरनगर। गांव देवल के निकट स्थित बाबा भूरी वाले गुरुद्वारे के निकट सर्विस रोड का विरोध कर यहां एलिवेटेड रोड बनाए जाने की मांग चल रही है। गुरुवार को भाकियू टिकैत के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की मौजूदगी में गुरुद्वारे में पंचायत हुई।
इसमें राकेश टिकैत ने कहा कि सिख समाज ने दिल्ली बार्डर के आंदोलन में साथ दिया है। इस गुरुद्वारे को बचाने के लिए पंजाब से सिख समाज के लोगों ने फोन आ रहे हैं। यह अब हमारे लिए नाक की लड़ाई बन गई है। उन्होंने मांग पूरी नहीं होने तक यहां पर अनिश्चित कालीन धरने की घोषणा कर दी।
मेरठ-पौडी राजमार्ग का चौड़ीकरण किए जाने के चलते गांव देवल में स्थित गुरुद्वारे की दीवार से मिलाकर सर्विस रोड बनाई जानी थी। गुरुद्वारे के सामने ही पुल का निर्माण करने के लिए मिट्टी डालने का कार्य किया जा रहा था। गुरुद्वारा समिति के अनुसार यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन खड़े करने के लिए एनएचएआइ द्वारा पार्किंग की व्यवस्था नहीं की गई, जिससे श्रद्धालुओं को दिक्कत का सामना करना पडेगा।
गुरुवार की दोपहर करीब डेढ़ बजे गुरुद्वारे में भाकियू कार्यकर्ताओं ने पंचायत की। इसमें पहुंचे राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हमने पूर्व में भी एनएचएआइ के अधिकारियों से यहां पर एलिवेटेड रोड बनाने की मांग की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
मांग पूरी नहीं होने तक यहां पर अनिश्चितकालीन धरने की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि एनएचएआइ के अधिकारी और सरकार मिलकर गुरुद्वारा को तोड़ने का प्लान बनाए हुए हैं। साजिश के तहत गुरुद्वारे के सामने हाईवे को मोड़ दिया है। यह सरकार सिख धर्म को चोट पहुंचाकर यहां से भगाना चाहती है।
इस दौरान जिलाध्यक्ष नवीन राठी, पश्चिमी उत्तर प्रदेश महासचिव योगेश शर्मा, अनुज राठी, सुभाषचंद धीमान, सर्वेंद्र राठी, अशोक घटायन, नजीर पहलवान समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।