डीडीयू मंडल में पर्यावरण संरक्षण की अनूठी पहल- विश्व पर्यावरण दिवस पर पौधरोपण, प्रभात फेरी और नुक्कड़ नाटक के जरिए दिया जागरूकता का संदेश
रिपोर्ट: ओ पी श्रीवास्तव संग मोहम्मद अफजल...
डीडीयू (मुगलसराय):विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल (डीडीयू) में भव्य और प्रेरणादायक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना था, बल्कि सामुदायिक भागीदारी से हरित पहल को नई दिशा देना भी था।
कार्यक्रम की शुरुआत रोजा कॉलोनी पार्क में पौधरोपण से हुई, जहां मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) उदय सिंह मीना के नेतृत्व में लगभग 40 पौधों का रोपण किया गया। उनके साथ इस पहल में अपर मंडल रेल प्रबंधक दिलीप कुमार, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर नितिन कुमार, मंडल यांत्रिक इंजीनियर (ईएनएचएम) बिराज कुमार, और वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक राहुल राज सहित रेलवे के कई अधिकारी और कर्मचारी शामिल रहे।
पौधरोपण के उपरांत स्कूली छात्रों द्वारा एक प्रभात फेरी निकाली गई, जो डीआरएम कार्यालय से शुरू होकर डीडीयू जंक्शन तक पहुँची। छात्रों ने हाथों में रंग-बिरंगी तख्तियां और स्लोगन लेकर पर्यावरण के महत्व पर संदेश दिए – जैसे “धरती बचाओ, पेड़ लगाओ” और “स्वच्छ हवा, सबका हक”। यह प्रभात फेरी स्टेशन परिसर में मौजूद यात्रियों और स्थानीय लोगों का ध्यान आकर्षित करने में सफल रही।
डीडीयू जंक्शन पर आयोजित कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा स्कूली छात्रों द्वारा प्रस्तुत नुक्कड़ नाटक, जिसमें उन्होंने प्लास्टिक प्रदूषण, पेड़ों की कटाई, और जल संकट जैसे मुद्दों पर मार्मिक और प्रभावशाली प्रदर्शन किया। नाटक के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि यदि आज हम पर्यावरण नहीं बचाएंगे, तो आने वाली पीढ़ियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
समारोह के दौरान पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले कर्मचारियों और स्कूली प्रतिभागियों को सम्मानित भी किया गया। इस दौरान उन्होंने आरपीएफ प्रभारी संजीव कुमार रावत को सम्मानित करने के साथ ही अन्य कर्मचारियों को भी सम्मान दिया।यह सम्मान डीआरएम मीना और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा प्रदान किए गए।
डीआरएम उदय सिंह मीना ने इस अवसर पर कहा, पर्यावरण हमारी साझा धरोहर है। इसकी रक्षा केवल सरकारी या संस्थागत जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक का नैतिक कर्तव्य है। रेलवे अपने स्तर से हरसंभव प्रयास कर रहा है और ऐसे आयोजन लोगों को जागरूक करने की दिशा में मजबूत कदम हैं।
कार्यक्रम में रेलवे अधिकारियों के साथ-साथ कर्मचारियों, स्कूली बच्चों, अध्यापकों और स्थानीय नागरिकों ने भी सक्रिय सहभागिता निभाई। समापन पर सभी ने पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया और अगले वर्ष तक कम से कम एक पेड़ लगाने का वादा किया।इस आयोजन ने न केवल पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाई, बल्कि एक सकारात्मक सामाजिक संदेश भी दिया कि छोटे-छोटे प्रयास मिलकर बड़े बदलाव ला सकते हैं।